झारखंड का एक ऐसा गांव जहां बारिश के दिनों में घरों में कैद हो जाते हैं ग्रामीण, जानें कारण

बोकारो जिले का एक गांव है बरतुवा. इस गांव के ग्रामीण बारिश के दिनों में कैद हो जाते हैं. कारण है चुटवा नदी पर पुल नहीं होना. पुल नहीं होने से ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी होती है. अन्य दिनों में अस्थायी पुल के सहारे आवागमन होता है, लेकिन बारिश के दिनों में पुल बह जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2023 5:02 PM

ललपनिया (बोकारो), नागेश्वर : बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत‌ लोधी पंचायत में बरतुवा गांव के चुटवा नदी में पुल नहीं रहने से बरसात के दिनों में गांव एक टापू की तरह हो जाता है. सप्ताह-सप्ताह भर ग्रामीणों की जिंदगी इसी गांव में कैद हो जाती है. ग्रामीणों द्वारा आवागमन के लिए चुटवा नदी में श्रमदान कर लकड़ी का पुल हर साल बनाते हैं, ताकि किसी तरह आना-जाना हो सके. इसके बावजूद चुटवा नदी पर पुल नहीं बना है.

बरतुवा गांव में एक अदद् पुल की जरूरत

बता दें कि बरतुवा गांव के करीब 30 घरों में आदिवासी व पिछड़े वर्ग के ग्रामीण रहते हैं. सबसे बड़ी विडंबना है कि आज देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. वहीं, इस पिछड़े गांव में ग्रामीण के आवागमन के लिए एक अदद पुल नहीं बन पाया है. चुटवा नदी में पुल नहीं बनने से बारिश के दिनों में गांव टापू में तब्दील हो जाता है. नदी पार करने के लिए ग्रामीण हर साल श्रमदान कर लकड़ी क पुल बनाते हैं. किसी तरह से इस पुलस से आवागमन होता है, लेकिन सबसे बड़ी परेशानी बरसात के दिनों में होती है.

जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं ग्रामीण

बरसात के दिनों में पानी के तेज बहाव से श्रमदान कर बनाया गया अस्थायी पुल बह जाता है. इस दौरान ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को विवश हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गोमिया प्रखंड के विभिन्न जगहों में बड़े- छोटे पुल का निर्माण किया गया है, पर इस गांव की समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं गया.

Also Read: झारखंड : साहिबगंज में उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, बोले- क्षेत्रीय पार्टी को पनपना देश के लिए घातक

चुटवा नदी में पुल निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी : विधायक

इस संबंध में गोमिया के विधायक डा॓ लम्बोदर महतो ने कहा कि चुटवा नदी में पुल निर्माण को लेकर सरकार से प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है. टेंडर की प्रक्रिया जारी है. इसी साल पुल का निर्माण शुरू हो जाएगा. ग्रामीणों को परेशानी ना हो, इसका हमेशा ख्याल रखा जाता है.

पुल निर्माण के लिए जिला प्रशासन से लेकर राज्य सरकार को अवगत कराया : पूर्व विधायक

वहीं, पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो ने कहा कि विधायक काल के दौरान बरतूवा गांव में आवागमन के लिए संपर्क पथ बनाया गया. वहीं, पुल का निर्माण जल्द शुरू हो इसके लिए जिला प्रशासन से लेकर राज्य सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया. कहा कि निरंतर प्रयास जारी है. जल्द से जल्द पुल का निर्माण हो. कहा कि पुल निर्माण को लेकर डीएमएफटी फंड के लिए पत्र लिखा हूं.

प्रशासन का ध्यान कराया आकृष्ट : मुखिया

लोधी पंचायत की मुखिया जुवैदा खातून ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या के समाधन के लिए स्थानीय जन प्रतिनिधि से लेकर जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया. पुल बन जाने से इस गांव के लोगों को जहां आवागमन में परेशानी नहीं होगी, वहीं बारिश के दिनों में अपने गांव में ही कैद नहीं रह पाएंगे.

Also Read: झारखंड : एनएच पर जान जोखिम में डाल कर स्कूल जाने को विवश हैं घाटशिला के ये विद्यार्थी, नहीं लेता कोई सुध

Next Article

Exit mobile version