कसमार बीपीओ पर 11 लाख की जालसाजी का आरोप, शिकायत दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला…

बोकारो जिला अंतर्गत कसमार प्रखंड के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (BPO) पवन कुमार गुप्ता समेत चार पर मनरेगा के तहत कूप निर्माण कार्य में करीब 11 लाख रुपये की जालसाजी करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) राजेश कुमार सिन्हा ने कसमार थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2020 7:44 PM

कसमार (बोकारो) : बोकारो जिला अंतर्गत कसमार प्रखंड के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (BPO) पवन कुमार गुप्ता समेत चार पर मनरेगा के तहत कूप निर्माण कार्य में करीब 11 लाख रुपये की जालसाजी करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) राजेश कुमार सिन्हा ने कसमार थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पढ़ें, दीपक सवाल की रिपोर्ट.

कूप निर्माण में करीब 11 लाख रुपये की जालसाजी के मामले में बीडीओ श्री सिन्हा ने बीपीओ पवन कुमार गुप्ता एवं रोजगार सेवक पदमालोचन गोराई की संविदा रद्द करने एवं पंचायत सचिव ध्रुपद गोप के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा भी कर दी है. मामले में मंजूरा मुखिया नरेश कुमार महतो को भी आरोपी बनाया गया है. इस संबंध में कसमार थाना में कांड संख्या 54/2020, भादवि की धारा 467, 468, 471, 420 और 409 के तहत मामला दर्ज कराया गया है.

क्या है मामला

मामला मंजूरा पंचायत का है. बीडीओ श्री सिन्हा के अनुसार, मंजूरा पंचायत में 6 लाभुकों को मनरेगा के तहत कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी. अनियमितता की शिकायत पर 5 जून को स्थल निरीक्षण किया गया. मामला गंभीर पाये जाने पर बीपीओ श्री गुप्ता एवं मनरेगा के कनीय अभियंता बिंदेश्वर मुर्मू द्वारा सभी 5 कुओं की जांच करायी गयी.

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बीडीओ के अनुसार, जांच में यह बात सामने आयी कि झरमुंगा गांव के कमल महतो को वर्ष 2015-16 में कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी, जिसमें अब तक मात्र 7,524 रुपये का ही कार्य किया गया, लेकिन फर्जी मस्टर रोल के आधार पर 2,28,034 रुपये की निकासी कर ली गयी.

भुताही गांव के विजय महतो को वर्ष 2016-17 में कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी. जिसमें अब तक मात्र 29,925 रुपये का ही कार्य किया गया और फर्जी मास्टर रोल के आधार पर 3,32,537 रुपये की निकासी कर ली गयी.

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मंजूरा के कपिलेश्वर महतो को वर्ष 2016-17 में कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी. जिसमें अभी तक 29,925 रुपये का काम किया गया, लेकिन फर्जी मस्टर रोल के आधार पर आधार पर 3,44,614 की निकासी कर ली गयी.

इसी तरह पगारटांड के रिखीलाल महतो को वर्ष 2015-16 में कूप निर्माण की स्वीकृति दी गयी थी. जिसमें अभी तक 1,19,110 का ही कार्य हुआ, लेकिन फर्जी मस्टर रोल के आधार पर 2,29,030 की निकासी कर ली गयी है. इसी प्रकार खपराकनारी के जीतू महतो को वर्ष 2016-17 में कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी. जिसमें अभी तक 2,13,666 रुपये का ही कार्य हुआ, लेकिन फर्जी मस्टर रोल के आधार पर 3,47,111 की निकासी कर ली गयी है.

इसी तरह करमाली टोला के राजू करमाली को वर्ष 2016-17 में कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी. जिसमें अभी तक 2,79,799 का कार्य हुआ, लेकिन फर्जी मस्टर रोल के आधार पर 3,44,289 की निकासी कर ली गयी है. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार सभी 6 योजनाओं की प्राक्कलित राशि 18,86,200 है, जिसमें मात्र 6,79,929 का ही कार्य हुआ है, जबकि 18,25,610 रुपये की निकासी कर ली गयी है.

Posted By : Samir ranjan.

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