बोकारो के बिरहोर डेरा पहुंचा प्रशासन, दिव्यांग दंपती को सरकारी योजना का लाभ देने का मिला आश्वासन

बोकारो के बिरहोर डेरा स्थानीय प्रशासन पहुंचा. इस मौके पर दिव्यांग दंपती की समस्या को सुनते हुए जल्द समाधान का आश्वासन दिया. कहा कि जल्द ही पीएम आवास योजना, आधार कार्ड समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिलेगा.

By Samir Ranjan | September 12, 2022 9:58 AM

Jharkhand News: बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड के बिरहोर डेरा में प्रशासन पहुंचा. बिरहोर डेरा नक्सली प्रभावित क्षेत्र सिंयारी पंचायत के झुमरा पहाड़ के निकट अवस्थित है. इस इलाके में टूटे-फूटे आवास में एक दिव्यांग संताली दंपती से प्रशासन मिलकर सरकारी योजनाओं से जोड़ने की बात कही.

सरकारी योजनाओं से जोड़ने का होगा प्रयास

गोमिया प्रखंड के बीडीओ कपिल कुमार ने दिव्याग संताली दंपती से मिलकर सरकारी योजनाओं का लाभ देने की बात कही. कहा कि पंचायत के प्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी अपनी जिम्मेवारी निभानी चाहिए. इस परिवार के पास आधार कार्ड तक नहीं है. इसकी जानकारी मिलने पर बीडीओ ने आश्वस्त कराया कि इस परिवार का जल्द आधार कार्ड बनाया जाएगा.

नि:शक्त पेंशन और पीएम आवास योजना का मिला आश्वासन

बीडीओ ने कहा कि सबसे पहले नि:शक्त पेंशन दिलायी जाएगी. इसके अलावा पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने की बात भी कही गयी. 35 वर्षीय राजेश टुडू और 30 वर्षीय सुनीता कुमारी का एक छोटा पुत्र है. श्री टुडू और उनकी पत्नी से बीडीओ‌ श्री कुमार जब बात करने के दौरान पूछने पर दोनों परिवार के सदस्य एक-दूसरे को देखने लगे. तब इशारे-इशारे में अपनी समस्या बताएं.

Also Read: झारखंड के इस गांव में जमीन माफिया की नो एंट्री, पारंपरिक हथियार से लैस ग्रामीणों ने सुनाया फैसला

बीडीओ के आने से जगी आस

बता दें कि दिव्यांग पति-पत्नी बोल और सुन नहीं पाते हैं. इस कारण अब तक सरकारी योजनाओं से दूर हैं. इनकी समस्या के समाधान की ओर अब तक किसी का ध्यान नहीं गया. इनके पास बीडीओ श्री कुमार के आने के बाद कुछ आशा जरूर जगी है. बीडीओ ने रोजगार सेवक इकराम शमसी और मुखिया रामवृक्ष मुर्मू से इस क्षेत्र के सभी संताली परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिक्ता के आधार पर दिलाने की बात कही. मालूम हो कि बिरहोर डेरा क्षेत्र में सतांली परिवार निवास करते हैं. इसी के निकट के गांव काशीटांड और असनापानी भी काफी पिछड़ा है.

रिपोर्ट : नागेश्वर कुमार, गोमिया, बोकारो.

Next Article

Exit mobile version