बोकारो. सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में शनिवार को वयस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी. उद्घाटन निदेशक डीपीएलआर मेनका व डीटीओ डॉ एसएम ज़फरुल्लाह ने संयुक्त रूप से किया. श्रीमती मेनका ने बतया कि दुनियाभर में संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों में टीबी सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. बचाव के लिए टीका प्रभावकारी है. इससे टीबी के नये मामलों व मृत्युदर को रोका जा सकता है. वयस्क नागरिकों को टीबी से बचाने के लिए जिला प्रशासन अभियान चला रहा है.
डोर टू डोर सर्वे :
डॉ ज़फरुल्लाह ने कहा कि घर-घर सर्वे के बाद चिह्नित सभी नागरिकों का टीकाकरण किया जायेगा. आशा कार्यकर्ता ने घर-घर सर्वे कर वयस्कों की जानकारी एकत्र की है. वयस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान के तहत बीसीजी का टीका 18 वर्ष से अधिक आयु के छह श्रेणियों के व्यक्तियों को लगाया जायेगा. इनमें जिन व्यक्तियों को पूर्व में टीबी हुई हो, टीबी मरीजों के संपर्क में रहने वाले व्यक्ति, 60 वर्ष व उससे अधिक के बुजुर्ग, कुपोषित व्यस्क, धूम्रपान करने वाले व्यक्ति व मधुमेह के मरीजों को उनकी सहमति के बाद बीसीजी टीका लगाया जायेगा. अभियान का उद्देश्य 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाना है. मौके पर सदर डीएस डॉ अरविंद कुमार, डॉ सेलिना टुडु, डॉ अनिल कुमार झा आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है