Jharkhand News: बोकारो जिला के एटक से सबंध TTPS ललपनिया ठेकेदारी मजदूर यूनियन के महासचिव इफ्तेखार महमूद के प्रयास का असर दिखा है. मेसर्स रामकृपाल सिंह प्राइवेट लिमिटेड ने सात साल बाद 42 मजदूरों का बकाया भुगतान किया है. इसमें मोहम्मद अजीमुद्दीन, जीतू सिंह, रामकिशन पासवान, इंद्र कुमार रविदास, नागेश्वर रविदास, राजेश सिंह, धनंजय यादव, टिंकू कुमार दास समेत 42 मजदूरों को बकाया राशि मिली है.
2015 का है मामला
इस कंपनी ने झारखंड हाईकोर्ट के नये भवन निर्माण कार्य में इन मजदूरों को नियोजित किया था. नियुक्ति अवधि का अंतिम 15 दिनों की मजदूरी का भुगतान किए बिना कंपनी ने मजदूरों को सेवामुक्त कर दिया था. यह मामला सितंबर-अक्टूबर 2015 का है.
3,75,219 रुपये थी बकाए की राशि
मजदूरी भुगतान करने से इनकार कर देने पर मजदूरों ने एटक से संबंध ठेकेदार मजदूर यूनियन तेनुघाट थर्मल के महासचिव इफ्तेखार महमूद की ओर से पहल शुरू की गयी. यूनियन के महासचिव ने मजदूरों से पूरी जानकारी प्राप्त कर मजदूरी के उपर्युक्त मामले को तात्कालिक उप श्रमायुक्त, रांची उमेश प्रसाद सिंह के समक्ष उठाया. मामले की जांच के बाद श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, रातू ने 13 अगस्त को बकाये राशि 3,75,219 रुपये बताए.
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आरके कंस्ट्रक्शन कंपनी ने श्रम न्यायलय में जमा कराए बकाए की राशि
इस संबंध में श्रम न्यायालय, रांची में 20 अप्रैल 2016 को याचिका दायर की गयी. सात साल के बाद मजदूरी का उपर्युक्त राशि का नियोक्ता आरके कंस्ट्रक्शन ने श्रम न्यायालय में 13 अगस्त, 2022 को भुगतान किया. इस अवसर पर रातू एलइओ कामेश्वर प्रसाद तथा यूनियन महासचिव इफ्तेखार महमूद उपस्थित थे.
मजदूर यूनियन ने श्रम विभाग के अधिकारियों का जताया आभार
मजदूर यूनियन महासचिव ने बताया कि बकाया राशि विगत सात वर्षों के बाद मजदूरों को मिलना बड़ी बात है. इसके लिए उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मजदूरों के बकाए राशि का भुगतान कराने में कानून सम्मत न्याय दिलाने में इन अधिकारियों ने महती भूमिका निभायी.
Posted By: Samir Ranjan.