Jharkhand News: डीपीएस (दिल्ली पब्लिक स्कूल) बोकारो के प्रिंसिपल एएस गंगवार ने अपने विद्यालय की गरिमा में एक और नया अध्याय जोड़ दिया है. श्रीलंका के बाद मॉरीशस में अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले झारखंड से एकमात्र प्रिंसिपल एएस गंगवार हैं. मॉरीशस के पोर्ट लुई स्थित विश्व हिंदी सचिवालय में उन्हें एक्सीलेंस इन एजुकेशन अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया.
एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजे गये एएस गंगवार
डीपीएस बोकारो में नवोन्मेषी (Innovative) प्रयास के जरिए अध्यापन के तौर-तरीकों में नयापन लाकर इसे समुन्नत बनाने के लिए प्राचार्य एएस गंगवार को एक्सीलेंट इनोवेटर कैटेगरी में पुरस्कार दिया गया. इंटेलिजेंट माइंड्स ट्रस्ट द्वारा शिक्षा मंत्रालय, मॉरीशस के सहयोग से प्रोफेशनल ग्रूमिंग सेशन के दौरान उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला. इसके पूर्व प्रिंसिपल श्री गंगवार को श्रीलंका में भी एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड मिला था.
भारत सहित अन्य देशों से 65 से अधिक शिक्षाविद शामिल
मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन ने वहां की उपप्रधानमंत्री लीला देवी दोकुन लछुमन और भारतीय उच्चायुक्त नंदिनी सिंगला सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में एएस गंगवार को पुरस्कार प्रदान किया. इसमें भारत सहित अन्य देशों से 65 से अधिक शिक्षाविदों ने भाग लिया. सभी शिक्षा के क्षेत्र में अपने-अपने तरीकों से उत्कृष्ट योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किये गये.
पूरे विद्यालय परिवार की गरिमामयी उपलब्धि : गंगवार
बुधवार को विद्यालय में आयोजित एक स्पेशल असेंबली के दौरान इस पुरस्कार की घोषणा की गयी. इस क्रम में पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. प्राचार्य श्री गंगवार ने इसे पूरे विद्यालय परिवार की गरिमामयी उपलब्धि बतायी. उन्होंने विद्यालय के सभी शिक्षकों, छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को इसका श्रेय दिया. कहा कि यह डीपीएस परिवार की कटिबद्धता व सभी के समर्पण का सुखद परिणाम है.
एजुकेशन इनोवेशन के तहत कई तरह के इनोवेटिव प्रयास
डीपीएस बोकारो में एजुकेशन इनोवेशन के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब, वर्चुअल लैब सहित कई तरह के नवोन्मेषी प्रयास किये गये है. शिक्षा के साथ बच्चों के कौशल विकास, उनमें सामाजिक दायित्वों का बोध छात्र-जीवन से ही जागृत करने सरीखे अन्य कई नये प्रयास भी किये गये है. इनोवेशन की कड़ी में हाल ही में विद्यालय में वाणिज्य लैब की शुरुआत भी की गई है, जहां बच्चों को खेल-खेल में वित्तीय साक्षरता और उद्यमशीलता के गुर सिखाए जाते हैं.
रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो.