तालाब जीर्णोद्धार में लूट खसोट का आरोप
तालाब जीर्णोद्धार में लूट खसोट का आरोप
राकेश वर्मा, बेरमो : बेरमो प्रखंड की जरीडीह पूर्वी पंचायत में एक तालाब का जीर्णोद्धार कार्य लूट-खसोट का जरिया बनकर रह गया है. दो-तीन साल पहले सीसीएल के सीएसआर मद से इसका जीर्णोद्धार कार्य कराया गया था. अब इसी तालाब की सफाई झारखंड सरकार द्वारा करायी जा रही है. फिलहाल संबंधित संवेदक एक जेसीबी मशीन से दो-तीन दिन से तालाब की सफाई करा रहे हैं. दो-तीन साल पहले जलकुंभी से भरे इस तालाब की सफाई का कार्य सीसीएल के सीएसआर मद से हुआ था और बीएंडके एरिया के एक संवेदक ने यह काम किया था. ग्रामीणों का आरोप है कि तालाब के मंदिर साइड में एक छोटा-सा घाट बना कर आधा-अधूरा कार्य कर राशि की निकासी कर ली गयी. एरिया के पूर्व सीएसआर अधिकारी निखिल कुमार के अनुसार तालाब जीर्णोद्धार योजना की लागत चार-पांच लाख रुपये थी. संबंधित संवेदक से जरीडीह पूर्वी की मुखिया कंचन देवी ने पूछताछ की तो उनका कहना था कि निविदा के अनुसार काम पूरा कर दिया गया. केंद्र सरकार के स्व अर्जित आय योजना के तहत मुखिया ने जीर्णोद्धार के लिए किया था पत्राचार बाद में जरीडीह पूर्वी मुखिया कंचन देवी ने केंद्र सरकार की स्व अर्जित आय योजना के तहत इस तालाब के जीर्णोद्धार के लिए प्रखंड में पत्राचार किया. इसके बाद प्रखंड से यह जिला तथा फिर राज्य सरकार में गया. बाद में भारत सरकार की नीति आयोग योजना अंतर्गत पूर्वी जरीडीह गांव के जरीडीह दामोदर नदी के किनारे सरकारी तालाब के जीर्णोद्धार कार्य के अनुमति झारखंड सरकार द्वारा दी गयी. 25 फरवरी 2024 को बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने आठ-नौ लाख रुपये की योजना का शिलान्यास मुखिया कंचन देवी, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई प्रमंडल, बोकारो सहित अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी में किया. जानकारी के अनुसार स्व अर्जित आय योजना का मकसद किसी पंचायत में किसी योजना को मूर्तरूप लेने के बाद उससे आय अर्जित कर पंचायत के अन्य विकास मद में लगाना है. इसी के तहत जरीडीह पूर्वी पंचायत की मुखिया सहित ग्रामीणों यह योजना बनायी. इनकी सोच थी कि उक्त तालाब के जीर्णोद्धार के बाद इसका सौंदर्यीकरण कराया जाएं. साथ ही यहां बोटिंग की भी प्लानिंग की गयी. लोगों के टहलने और बैठने की व्यवस्था करने की बात थी. फिलहाल झारखंड सरकार के संवेदक का कहना है कि उनका काम सिर्फ तालाब की सफाई करना है. क्या कहना है मुखिया का पहले सीसीएल के सीएसआर मद से तालाब का आधा-अधूरा जीर्णोद्धार किया गया. अब मेरे पत्राचार के बाद केंद्र सरकार की नीति आयोग योजना से तालाब की सफाई का कार्य चल रहा है. कंचन देवी, मुखिया, जरीडीह पूर्वी तालाब की जमीन को लेकर है विवाद इस तालाब की जमीन को लेकर विवाद भी है. जरीडीह बाजार निवासी बिनोद साव के परिजन इस तालाब की जमीन अपने दादा लक्ष्मी साव की बता रहे हैं. इसको लेकर अक्सर यहां विवाद होता रहा है. जिस स्थान पर फिलहाल तालाब की सफाई कार्य चल रहा है, उसके किनारे ठीक मध्य भाग में एक छोटा सा पेड़ है. संवेदक का कहना है कि इस जमीन पर पेड़ के एक छोर में जमीन पर दावा करने वाले लोगों ने काम नहीं करने की चेतावनी दी है, इसलिए पेड़ के दूसरे हिस्से में सफाई कार्य किया जा रहा है. इस पर मुखिया ने कहा कि जमीन का दावा कर रहे लोगों को कई बार गांव के पांच गवाहों को लाने को कहा गया है, लेकिन कोई नहीं आया.
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