अमरेंदु प्रकाश होंगे बोकारो स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज, सेल बोर्ड में हुआ बड़ा फेरबदल
Jharkhand news, Bokaro news : अमरेंदु प्रकाश बोकारो स्टील प्लांट के डायरेक्टर इनचार्ज होंगे. प्रधानमंत्री कैबिनेट के निर्णय के बाद सेल बोर्ड में बड़ा फेरबदल किया गया है. अब सेल बोर्ड में चेयरमैन, डायरेक्टर फाइनेंस, डायरेक्टर पर्सनल, डायरेक्टर टेक्निकल, राॅ मैटेरियल, प्रोजेक्ट, डायरेक्टर कमर्शियल, डायरेक्टर इंचार्ज दुर्गापुर/बर्नपुर, डायरेक्टर इंचार्ज बोकारो, डायरेक्टर इंचार्ज भिलाई, डायरेक्टर इंचार्ज राउरकेला एवं स्वतंत्र निदेशक होंगे.
Jharkhand news, Bokaro news : बोकारो (सुनील तिवारी) : अमरेंदु प्रकाश बोकारो स्टील प्लांट के डायरेक्टर इनचार्ज होंगे. प्रधानमंत्री कैबिनेट के निर्णय के बाद सेल बोर्ड में बड़ा फेरबदल किया गया है. अब सेल बोर्ड में चेयरमैन, डायरेक्टर फाइनेंस, डायरेक्टर पर्सनल, डायरेक्टर टेक्निकल, राॅ मैटेरियल, प्रोजेक्ट, डायरेक्टर कमर्शियल, डायरेक्टर इंचार्ज दुर्गापुर/बर्नपुर, डायरेक्टर इंचार्ज बोकारो, डायरेक्टर इंचार्ज भिलाई, डायरेक्टर इंचार्ज राउरकेला एवं स्वतंत्र निदेशक होंगे.
केंद्रीय मंत्रीमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) के निदेशक मंडल (बोर्ड) के पुनर्गठन को मंजूरी दे दी है. बोकारो सहित 4 प्लांटों में सीईओ की जगह नया पद डायरेक्टर इंचार्ज होगा. वहीं, वर्तमान डायरेक्टर टेक्निकल अब डायरेक्टर टेक्निकल बिजनेस प्लानिंग प्रोजेक्ट कहलायेंगे. बोर्ड के पुनर्गठन से कंपनी के कामकाज का और अधिक विकेंद्रीकरण करने में सुविधा होगी.
1992 में बीएसएल में बतौर एमटीटी ज्वाइन किया
बोकारो स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश होंगे. श्री प्रकाश बीआईटी-सिंदरी से मेटरलॉजी से बी-टेक हैं. जुलाई 1992 में बीएसएल में बतौर एमटीटी ज्वाइन किया था. बीएसएल में हॉट स्ट्रीप मिल एवं पीपीसी विभाग में काम कर चुके हैं. अप्रैल 2016 में उनका ट्रांसफर चेयरमैन ऑफिस में हो गया. सेल में वर्ष 1991 में योगदान दिया. पहली पोस्टिंग बतौर जूनियर मैनेजर हॉट स्ट्रीप मिल-बीएसएल में जुलाई 1992 में हुई. लेकिन, सेल में योगदान 1991 में दिया.
तेजी से आधुनिकीकरण एवं विस्तार कार्यक्रम में मदद
बोर्ड के पुनर्गठन के तहत सेल के एकीकृत इस्पात संयंत्रों के 4 मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीइओ) के पद का कद बढ़ाकर उसे कार्यात्मक निदेशक (डायरेक्टर इंचार्ज) का पद बनाकर बोकारो, राउरकेला एवं भिलाई संयंत्र का नियुक्त किया जायेगा. बर्नपुर और दुर्गापुर इस्पात संयंत्रों के लिए संयुक्त रूप से एक निदेशक नियुक्त किया जायेगा. नयी व्यवस्था से कंपनी के तेजी से आधुनिकीकरण एवं विस्तार कार्यक्रम में भी मदद मिलेगी.
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और अधिक शक्तियों के साथ अपनी बात रख सकेंगे
नयी व्यवस्था के तहत सेल बोर्ड के निदेशक (तकनीकी और लॉजिस्टिक्स) और निदेशक परियोजना और व्यापार योजना के कार्य और कर्तव्यों का निदेशक (तकनीकी) के पद के साथ विलय कर इन पदों का निदेशक (तकनीकी, परियोजनाएं और कच्चे माल) के रूप में पुनर्गठन किया जाना शामिल है. उधर, सीइओ को एसीसी की ओर से प्रत्यक्ष रूप से निदेशक बना दिये जाने से कंपनी के प्रशासनिक कार्यों में यह और अधिक शक्तियों के साथ अपनी बात रख सकेंगे, जिससे त्वरित निर्णय लेने में सुविधा होगी.
सेल के निदेशक मंडल के पुनर्गठन के बाद का स्वरूप
कंपनी के पुनर्गठित बोर्ड में अब कंपनी अधिनियम 2013 के अनुरूप अध्यक्ष, निदेशक (वित्त), निदेशक (वाणिज्य), निदेशक (तकनीकी, परियोजना और कच्चा माल), निदेशक (कार्मिक) व एकीकृत संयंत्रों के प्रभारी निदेशक और गैर-सरकारी निदेशक और दो सरकार द्वारा नामित निदेशक होंगे. सेल ने अपनी पुरानी व नयी परियोजनाओं के विस्तार के माध्यम से उत्पादन क्षमता 50 मिलियन टन तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है.
चुनौतीपूर्ण वैश्विक वातावरण में अधिक दक्षता से काम
50 मिलियन टन तक के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ही 2017 में बनायी गयी राष्ट्रीय इस्पात नीति (National steel policy) के तहत 2030-31 तक देश में इस्पात उत्पादन क्षमता 300 मिलियन टन करने की सोच को समाहित किया गया है. प्रभारी निदेशकों की नियुक्ति से कंपनी के एकीकृत संयंत्र चुनौतीपूर्ण वैश्विक वातावरण में अधिक दक्षता के साथ काम कर सकेंगे.
Posted By : Samir Ranjan.