बोकारो के चास में उद्घाटन के दो साल बाद भी नहीं खुला अमृत पार्क, बना बदमाशों का अड्डा
बोकारो के चास में उद्घाटन के दो साल बाद भी अमृत पार्क नहीं खुला है. शाम होते ही पार्क असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है. इसका उद्घाटन मंत्री जगरनाथ महतो ने धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह व बोकारो विधायक बिरंची नारायण की मौजूदगी में किया था.
Bokaro News: बोकारो के चास नगर निगम ने सवा करोड़ की लागत से 2019 में भोलूर बांध पर अमृत पार्क फेज 04 का निर्माण किया था. उद्घाटन तीन जुलाई 2020 को हुआ था, लेकिन अब तक आम जनता के लिए इसे नहीं खोला गया है. नतीजतन पार्क निर्माण का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है. जबकि पार्क में मनोरंजन के साथ-साथ जिम व रेस्टोरेंट की भी व्यवस्था है. दूसरी ओर पार्क नहीं खोले जाने के कारण चारों ओर झाड़ियां और घास उग आयी हैं. वहीं, पार्क के रखरखाव के प्रति नगर निगम गंभीर नहीं है. लिहाजा, जिम के उपकरण खराब हो रहे हैं. इतना ही नहीं लंबे समय से पार्क के अंदर चोरी छिपे लोहे का गेट, ग्रिल बनाने का वर्कशॉप भी चलाया जा रहा है. हैरत तो यह है कि निगम के नोडल पदाधिकारी सह शहरी संरचना विशेषज्ञ भी मानते हैं कि पार्क की देखरेख नहीं किये जाने से दिनोंदिन स्थिति दयनीय होती जा रही है. इसके बाद भी गंभीरता नहीं दिखायी जा रही है.
मालूम हो कि अमृत पार्क केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक है. इसका उद्घाटन मंत्री जगरनाथ महतो ने धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह व बोकारो विधायक बिरंची नारायण की मौजूदगी में किया था. आम जनता के लिए जल्द ही पार्क को खोलने की घोषणा की गयी थी. लेकिन रखरखाव नहीं किये जाने के कारण अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. शाम होते ही पार्क असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है.
पांच अमृत पार्क का हुआ है निर्माण
जानकारी के मुताबिक चास नगर निगम की ओर से वर्ष 2015 से 2019 के बीच पांच अमृत पार्क का निर्माण कराया गया है. चार पार्क नगर निगम क्षेत्र में हैं, वही एक पार्क का निर्माण बोकारो स्थित कैंप दो में कराया गया है. वर्तमान में भोलूर बांध स्थित अमृत पार्क को छोड़कर सभी पार्क का संचालन नियमित रूप से किया जा रहा है, जिसे संचालित करने की जिम्मेवारी निजी लोगों को दी गयी है.
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सौंदर्यीकरण के बाद खोला जायेगा पार्क
चास नगर निगम के नोडल पदाधिकारी सह शहरी संरचना विशेषज्ञ अमन मल्लिक ने बताया कि भोलूर बांध की स्थिति ठीक नहीं है. इसे देखते हुए नगर निगम की ओर से इस तालाब का जीर्णोद्धार 45 लाख की लागत से कराने का फैसला लिया गया है. टेंडर हो चुका है. जीर्णोद्धार कार्य पूरा होने के बाद पार्क लोगों के लिए खोल दिया जायैगा. पार्क के रखरखाव की जिम्मेवारी एजेंसी को सौंपी गयी है. अगर एजेंसी देखभाल में लापरवाही कर रही है तो जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
रिपोर्ट : राजू नंदन, चास