जनजातीय भाषाओं के लिए हो अकादमी का गठन : डॉ लंबोदर
जनजातीय भाषाओं के लिए हो अकादमी का गठन : डॉ लंबोदर
बेरमो. गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से शनिवार को मिल कर क्षेत्र की जनसमस्याओं व राज्य के ज्वलंत मुद्दों को लेकर चर्चा की. झारखंड की जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं के लिए अलग-अलग भाषा अकादमी का गठन करने की ओर आकृष्ट कराया. मुंडारी, कुडुख, हो, खड़िया, संथाली, कुरमाली, खोरठा, नागपुरी व पंचपरगनिया भाषा की पढ़ाई क्लास वन से लेकर पीजी तक सुनिश्चित करने पर भी बल दिया है और जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा के शिक्षकों की बहाली की मांग की है. जातीय जनगणना कराने और लंबित विधेयक को स्वीकृत करने की भी मांग की है. उन्होंने 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय व नियोजन नीति बनाने की दिशा में जरूरी कार्य करने और राज्य में डीएमएफटी में पड़े करोड़ों की राशि को विकास योजनाओं के लिए जारी करने, तेनुघाट डैम को पतरातू डैम की तर्ज पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के सरकारी प्रस्ताव को मूर्तरूप देने और बेरमो अनुमंडल को जिला बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल की अपेक्षा जतायी है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री का ध्यान गझंडी से हरलुंग भाया चतरोचट्टी और रजरप्पा से लेकर ललपनिया भाया बड़की पन्नू सड़क निर्माण की लंबित प्रशासनिक स्वीकृति की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराया और उनसे इस विषय पर शीघ्र समुचित कदम उठाने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने सभी विषयों पर संबंधित विभाग को समुचित दिशा निर्देश देने को लेकर आश्वस्त किया.
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