झारखंड में हरियाली बढ़ाने की कवायद, 1.87 लाख लगेंगे पौधे, CM हेमंत सोरेन आज वन महोत्सव का करेंगे उद्घाटन
Jharkhand News, रांची न्यूज : झारखंड में इस वर्ष कैंपा व राज्य योजना से करीब 1.87 लाख पौधे लगाये जायेंगे. वन महोत्सव जैसा भव्य आयोजन नहीं होगा. पूरे राज्य में छोटे-छोटे स्तर पर 200 आयोजन होंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज मंगलवार को रांची के अनगड़ा में गेतलसूद डैम के किनारे से योजना की शुरुआत करेंगे. सरकार ने पौधारोपण में जन प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने का आदेश वन विभाग को दिया है. वन विभाग ने सभी डीएफओ को इससे अवगत करा दिया है. 1.87 लाख पौधे से करीब 29 हजार हेक्टेयर भूमि के आच्छादित होने की उम्मीद है.
Jharkhand News, रांची न्यूज : झारखंड में इस वर्ष कैंपा व राज्य योजना से करीब 1.87 लाख पौधे लगाये जायेंगे. वन महोत्सव जैसा भव्य आयोजन नहीं होगा. पूरे राज्य में छोटे-छोटे स्तर पर 200 आयोजन होंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज मंगलवार को रांची के अनगड़ा में गेतलसूद डैम के किनारे से योजना की शुरुआत करेंगे. सरकार ने पौधारोपण में जन प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने का आदेश वन विभाग को दिया है. वन विभाग ने सभी डीएफओ को इससे अवगत करा दिया है. 1.87 लाख पौधे से करीब 29 हजार हेक्टेयर भूमि के आच्छादित होने की उम्मीद है.
यह भूमि वन विभाग के अंदर और बाहर होगी. वन महोत्सवों में आम लोगों की भी भागीदारी सुनिश्चित करने की योजना है. राज्य गठन के बाद से झारखंड में करीब 1.62 लाख हेक्टेयर वन भूमि की वृद्धि हुई है. पिछले दो सालों में 5700 हेक्टेयर वन भूमि बढ़ी है. इसमें जलावन से लेकर फल और लघु वन उपज वाले पौधे भी होते हैं. इमारती लकड़ियों के साथ लाह उत्पादन को बढ़ावा देनेवाले पौधे भी लगाये जाते हैं.
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पौधे वन विभाग की नर्सरी में ही तैयार होते हैं. आम आदमी भी पौधा लगाना चाहता है, तो वन विभाग की पौधशाला से पांच रुपये प्रति यूनिट की दर से छोटे तथा 15 रुपये की दर से बड़े पौधे ले सकता है. वन विभाग इस काम में कई संस्थाओं को जोड़ने का प्रयास कर रहा है. पुलिस, पारा मिलिट्री, सरकारी और अर्द्धसरकारी संस्थाओं को पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जाता है.
एपीसीसीएफ (विकास) एनके सिंह कहते हैं कि राज्य के सभी वन प्रमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जनप्रतिनिधियों से समय लेकर उनकी सुविधा के अनुसार पौधरोपण करायें. पौधरोपण को एक अभियान के रूप में चलायें. अभी राज्य में करीब 33.8 फीसदी वन भूमि है. पिछले कुछ वर्षों से यहां वन भूमि बढ़ रही है. यह अच्छा संकेत है.
Posted By : Guru Swarup Mishra