Jharkhand News, रांची न्यूज : ठंड के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक (लकवा) का मामला बढ़ जाता है. ऐसे में सर्दी के मौसम में सतर्कता बरतने की जरूरत है. अगर मरीज समय पर अस्पताल पहुंच जाये, तो मरीज को बचाया जा सकता है. मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डॉ उज्ज्वल राय ने बताया कि इस वर्ष का थीम ‘मिनट्स कैन सेव लाइफ’ है. रिम्स मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ विद्यापति बताते हैं कि ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर के मरीजों को विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि बीपी का स्तर इस मौसम में अनियंत्रित हो जाता है.
मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डॉ उज्ज्वल राय ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक में पहला एक से चार घंटा महत्वपूर्ण होता है. मौसम में तापमान घटने पर नसों में सिकुड़न हो जाती है. इसके कारण दिमाग में रक्तप्रवाह धीमा पड़ने लगता है. अगर शरीर का कोई अंग को टेढ़ा होने लगे और देखने, सुनने और समझने की क्षमता प्रभावित होने लगे तो तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डॉ उज्ज्वल राय बताते हैं कि सीटी स्कैन या एमआरआई जांच कर स्ट्रोक की स्थिति का पता लगाया जा सकता है. बीमारी से बचने के लिए ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को नियंत्रित रखना चाहिए. वहीं, रिम्स में ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा मरीज ब्रेन स्ट्रोक के भर्ती होते हैं. रिम्स मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ विद्यापति ने बताया कि ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर के मरीजों को विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि बीपी का स्तर इस मौसम में अनियंत्रित हो जाता है.
Posted By : Guru Swarup Mishra
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.