भाजपा जिला कार्यालय सेक्टर-01 में बुधवार को भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की बैठक जिलाध्यक्ष भरत यादव की अध्यक्षता में हुई. श्री यादव ने बताया कि 21 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा. प्रदर्शन के माध्यम से जिले के सभी 27 मंडलों के कार्यकर्ता हेमंत सोरेन सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जिला मुख्यालय पर अपना विरोध दर्ज करेंगे. राज्यपाल के नाम ज्ञापन को जिला उपायुक्त को सौंपा जायेगा. हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे. बताया कि 25 दिसंबर को स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर सुशासन दिवस के रूप में मनाया जायेगा. बूथ स्तर से जिला स्तर तक कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार की गयी. मौके पर दिलीप श्रीवास्तव, कमलेश राय,अनिल स्वर्णकार, लीला देवी, अर्चना सिंह, डॉ परिंदा सिंह, सुरेंद्र राज,अशोक कुमार पप्पू, गौर रजवार, जयनारायण मरांडी, माथुर मंडल, विनय आनंद, महेंद्र राय, विश्वनाथ दत्ता, राघवेंद्र उपाध्याय, मुकेश राय, विनोद महतो, रामलाल सोरेन, भैरव महतो आदि मौजूद थे.
जरीडीह प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय (हिंदी) का मामला : स्कूल का दोनों चापाकल खराब, पानी के लिए भटकते हैं बच्चे
सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं बच्चों का ठहराव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सरकार भले ही तरह-तरह की योजनाएं संचालित कर रही हैं, लेकिन कुछ व्यवस्थागत खामियों के कारण सरकार की सोच फलीभूत नहीं हो रही है. ऐसा ही एक मामला जरीडीह प्रखंड के बारू स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय (हिंदी) से जुड़ा है, जहां विगत 12 दिनों से चापाकल खराब होने के कारण बच्चों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. इस विद्यालय में नामांकित बच्चों की संख्या 250 है, जिसमें 170 बालक और 130 बालिका है. जलस्रोत की बात करें तो इस विद्यालय में दो चापाकल हैं, लेकिन वह भी तकनीकी समस्या के चलते खराब हैं. ऐसी स्थिति में विद्यालय के नामांकित बच्चे आस-पड़ोस के घरों से पानी लाकर प्यास बुझाने को मजबूर हैं.
एमडीएम बनाने में रसोइया को भी परेशानी
स्कूल में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है. एमडीएम बनाने में रसोइया को काफी परेशानी हो रही है. रसोइया गांव के चापाकल से पानी लाकर दोपहर का भोजन बना रही है. विद्यालय के प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजकुमार झा ने बताया कि चापाकल खराब होने की जानकारी शिक्षा विभाग के अलावा पेयजल विभाग को दी गयी है. पानी की किल्लत होने से बच्चों व शिक्षकों को काफी रही है, लेकिन अभी तक किसी ने इस पर संज्ञान नहीं लिया है.
पानी के लिए बच्चों को स्कूल के बाहर पड़ता है जाना
इस संदर्भ में विद्यालय प्रधानाध्यापक रजिया का कहना है कि दोनों चापाकल खराब होने के कारण बच्चों को पानी पीने के लिए स्कूल के बाहर मे लगे चापाकल जाना पड़ता है. वहीं बच्चों का कहना है कि पीने का पानी वे घर से लाते हैं और जब पानी खत्म हो जाता है तो मध्याह्न भोजन के बाद गांव की ओर थाली धोने दौड़ पड़ते हैं.
जानकारी मिली है कि स्कूल में चापाकल खराब हैं. शिक्षा विभाग व पेयजल विभाग की लापरवाही के कारण बच्चों काे परेशानी हो रही है. मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
देवनारायण भगत, जरीडीह प्रमुख