बोकारो : कस्तूरबा गांधी विद्यालय में मिलीं गड़बड़ी पर डीसी नाराज, डीइओ को होगा शो-कॉज

स्कूल में पांच वर्षों से जनरेटर सेट खराब है . सोलर पैनल सिस्टम भी बंद है. शिक्षा विभाग ने नहीं दी जिला प्रशासन को समस्याओं की जानकारी नहीं दी जिससे डीसी नाराज हैं.

By Kunal Kishore | July 6, 2024 10:22 PM
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बोकारो : डीडीसी गिरिजा शंकर प्रसाद ने शुक्रवार की रात गोमिया कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान मिलीं गड़बड़ियों को लेकर उन्होंने डीसी को अपना निरीक्षण प्रतिवेदन सौंप दिया. विद्यालय की गड़बड़ियों से नाराज डीसी ने पहले तो जिला शिक्षा पदाधिकारी को काफी फटकार लगायी फिर इसे विभागीय लापरवाही मानते हुए डीडीसी को डीइओ को शो-कॉज करने को कहा.

निरीक्षण के दौरान डीडीसी ने भी जतायी थी नाराजगी

विद्यालय निरीक्षण के दौरान डीडीसी को कई समस्याएं दिखीं और शिक्षा विभाग ने जिला प्रशासन को कभी भी इससे अवगत नहीं कराया गया. इससे नाराज डीडीसी ने डीइओ जगरनाथ लोहरा को फटकार लगायी. डीडीसी ने निरीक्षण प्रतिवेदन डीसी विजया जाधव को सौंप दिया. प्रतिवेदन में लिखा है कि शिक्षा विभाग की ओर से समय पर उक्त विद्यालय का निरीक्षण नहीं किये जाने से विद्यालय में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है.

विद्यालय में 24 घंटे में मात्र चार–पांच घंटे ही बिजली

निरीक्षण के दौरान पाया गया कि आवासीय विद्यालय (केजीबीवी) गोमिया में 372 छात्राएं हैं. विद्यालय के वार्डन ने बताया कि गत पांच वर्षों से यहां का जनरेटर खराब है. 24 घंटे में मात्र चार–पांच घंटे ही बिजली रहती है. विद्यालय का सोलर पैनल भी ठप है. ऐसे में यहां का पठन-पाठन बाधित हो रहा है. पर्याप्त बिजली नहीं रहने से रात में आसपास के खाली क्षेत्रों से जंगली जानवर इत्यादि के आने की आशंका रहती है. विडंबना है कि शिक्षा विभाग ने जिला प्रशासन को इस स्थिति से कभी भी अवगत नहीं कराया. प्रशासन इसे विभागीय लापरवाही मानता है.

विकास योजनाओं का लिया जायजा

इधर, डीडीसी ने गोमिया प्रखंड के सियारी स्थित पीएम आवास योजना ग्रामीण के तहत भूमिहीनों के लिए निर्मित आवास का भी निरीक्षण किया. कई विकास योजनाओं का भी जायजा लिया. इस बाबत बीडीओ व सीओ सहित अन्य कर्मियों को जरूरी निर्देश दिया.

क्या है मामला

चंद्रपुरा प्रखंड के बंदियो पंचायत स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय लाहरबेड़ा का पिछले दिनों स्थानीय प्रतिनिधियों (मुखिया, उप मुखिया व वार्ड सदस्य) ने निरीक्षण किया था. निरीक्षण में पंचायत प्रतिनिधियों ने विद्यालय में काफी खामियां व शिक्षकों में अनुशासनहीनता पायी थी. इस पर बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लेते हुए डीसी विजया जाधव से मामले में जानकारी मांगी है. डीसी ने शिक्षा विभाग से मामले में जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया था. विभाग की ओर से डीसी को समर्पित प्रतिवेदन में कई त्रुटियां व अपूर्ण जानकारियां समर्पित की गयी.

डीसी ने डीइओ को जारी किया शो-कॉज

नाराजगी जताते हुए डीसी ने मामले में डीइओ जगरनाथ लोहरा व डीएसइ अतुल कुमार चौबे को शो-काॅज किया है. साथ ही उन्हें 24 घंटे में जवाब समर्पित करने को निर्देशित किया है.एक बार पुनः डीइओ व डीएमएफटी कोषांग के सदस्य (शिक्षा विशेषज्ञ) को संबंधित विद्यालय का भौतिक निरीक्षण करने, विद्यालय में निरीक्षण तिथि को प्रधानाध्यापक व शिक्षक की अनुपस्थिति को लेकर, मेनू के अनुसार मध्याह्न भोजन का संचालन नहीं करने को लेकर विद्यालय प्रधानाध्यापक को शो-काॅज करने व उक्त तिथि के बाद बच्चों के भोजन करने के समय बैठने को लेकर क्या व्यवस्था की गयी आदि बिंदुओं पर जांच कर अविलंब प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है.

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