बोकारो जिला क्रिकेट संघ हजारों रुपये लेकर बाहरियों को देता है मौका, कोषाध्यक्ष रखते हैं सभी का लेखा-जोखा

बीडीसीए के कोषाध्यक्ष संजय पांडेय लेनदेन का लेखा-जोखा रखते हैं. ये सभी ट्रांजैक्शन उन्हीं के खाते (एक्सिस बैंक, खाता नंबर-922010027007941) से होता है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2023 4:19 AM

बोकारो जिला क्रिकेट संघ (बीडीसीए) के पदाधिकारियों द्वारा रुपये लेकर बाहरी खिलाड़ियों को झारखंड से खेलाने के मामले में कई वीडियो, ऑडियो और स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं. इनमें पैसे के लेनदेन के अलावा फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने में कितने खर्च होंगे, इसकी जानकारी है. फर्जी डॉक्यूमेंट बनवाने के लिए बीडीसीए के पदाधिकारी प्रति खिलाड़ी 23 से 24 हजार रुपये चार्ज करते हैं.

इनमें नौवीं या दसवीं में एडमिशन के लिए 11,500 रुपये, प्रैक्टिकल के लिए 1100 रुपये, छठवीं, सातवीं या आठवीं की मार्कशीट व आठवीं बोर्ड (झारखंड बोर्ड) के ऑरिजिनल सर्टिफिकेट के लिए 6500 रुपये, वोटर आइडी कार्ड के लिए 3000-4000 रुपये और जन्म प्रमाण पत्र के लिए 2000-3000 रुपये शामिल हैं.

कोषाध्यक्ष करते हैं लेनदेन :

बीडीसीए के कोषाध्यक्ष संजय पांडेय लेनदेन का लेखा-जोखा रखते हैं. ये सभी ट्रांजैक्शन उन्हीं के खाते (एक्सिस बैंक, खाता नंबर-922010027007941) से होता है. कई खिलाड़ियों को खेलाने के नाम पर उनके खाते में लाखों रुपये के लेनदेन के स्क्रीनशॉट भी वायरल हैं. उनके खाते में कई बार 50 हजार, 30 हजार, 20 हजार, 31 हजार, 10 हजार रुपयों का ट्रांसफर किये गये हैं. सभी ट्रांजैक्शन अंकित वर्मा नामक दलाल के जरिये होता है.

जिन्हें खेलाना है, उनकी फोटो पर विशेष मार्क लगाते हैं :

बाहर से आनेवाले जिन खिलाड़ियों को डिस्ट्रिक्ट टीम से खेलाने की बात होती है, उनकी तस्वीरों पर विशेष मार्क (पेंट) लगाया जाता है. एक ऑडियो में कोषाध्यक्ष संजय पांडेय व दलाल अंकित वर्मा की बातचीत से यह स्पष्ट होता है.

इस ऑडियो में संजय पांडेय बोलता है कि टीम चयन के समय पैसे देनेवाले बाहरी खिलाड़ियों की तस्वीर पर विशेष चिह्न लगा दिया जायेगा, जिससे उनके चयन में आसानी होगी. खिलाड़ियों से कितने पैसे लेने हैं, यह पहले ही तय कर लिया जाता है.

गाजियाबाद के खिलाड़ी का आधार कार्ड बदल दिया

कृष्ण मुरारी यादव नामक खिलाड़ी का आधार भी बदल दिया. उक्त खिलाड़ी का जो आधार कार्ड वायरल हुआ है, उसमें उसका पता बोकारो का दिखाया गया है, जबकि उसकी माता के आधार कार्ड में गाजियाबाद का पता लिखा है.

हरला थाने में दर्ज हुआ मामला

बीडीसीए ने देवरिया (यूपी) के अंशुमन सिंह और बेतिया के अजीत कुमार से जिला व राज्य टीम से खेलाने के नाम पर मोटी रकम वसूली थी. काफी दिनों तक दोनों को खेलने का मौका नहीं मिला, तब दोनों ने अपने पैसे वापस मांगे. पैसे नहीं मिलने पर अंशुमन ने बोकारो के हरला थाने में बीडीसीए के सचिव संतोष पासवान और तत्कालीन सचिव पीएन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया. मामले को मैनेज करने के लिए कोषाध्यक्ष संजय पांडेय ने अंकित का इस्तेमाल किया. उधर, अजीत ने भी बेतिया में पुलिस को आवेदन दिया है.

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