फिर कोविड19 की चपेट में बोकारो, 31 दिन बाद 5 कोरोना संक्रमित मरीज मिले

Bokaro News: रांची : कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो चुके बोकारो जिला में गुरुवार (21 मई, 2020) को एक साथ 5 मरीज मिलने से प्रशासन हलकान है. पीड़ित लोगों में 4 सीआइएसएफ के जवान हैं, तो एक व्यक्ति तेलो पंचायत का है. इसी तेलो पंचायत में पहली कोरोना संक्रमित मरीज मिली थी, जिसका संबंध तबलीगी जमात से था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2020 8:01 AM

रांची : कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो चुके बोकारो जिला में गुरुवार (21 मई, 2020) को एक साथ 5 मरीज मिलने से प्रशासन हलकान है. पीड़ित लोगों में 4 सीआइएसएफ के जवान हैं, तो एक व्यक्ति तेलो पंचायत का है. इसी तेलो पंचायत में पहली कोरोना संक्रमित मरीज मिली थी, जिसका संबंध तबलीगी जमात से था.

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बोकारो जिला में कोरोना संक्रमण से मरने वाला एकमात्र व्यक्ति भी तेलो पंचायत का ही रहने वाला था. 20 अप्रैल, 2020 के बाद से पहली बार बोकारो जिला में कोरोना का संक्रमण पाया गया है. इसके पहले यह जिला कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो चुका था.

गुरुवार को धनबाद के पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (पीएमसीएच) ने जिन सैंपल्स की जांच की, उसमें बोकारो के 5 लोगों में कोविड19 का संक्रमण पाया गया. ये सभी लोग 14 मई, 2020 को ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर से लौटे थे.

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इन्हें होम कोरेंटिन में रहने के लिए कहा गया था. कोविड19 के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद सभी को बोकारो जेनरल हॉस्पिटल (बीजीएच) भेज दिया गया. बीजीएच को बोकारो का कोविड19 अस्पताल बनाया गया है.

कहा गया है कि सभी पीड़ित लोगों के परिवारों के सैंपल लेकर उसकी जांच करायी जायेगी. इन सभी मरीजों के घर के आसपास के इलाकों को सील किया जायेगा. पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज भी किया जायेगा.

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जिला में 20 अप्रैल के बाद कोई मरीज नहीं मिला, तो बोकारो जिला ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन बनने की ओर अग्रसर था. उसने इसकी अर्हता पूरी कर ली थी. लेकिन, 21 मई, 2020 को बोकारो जिला प्रशासन की उम्मीदों पर पानी फिर गया.

इसके साथ ही इस जिला को लॉकडाउन में मिलने वाली छूट पर भी संशय की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. ज्ञात हो कि बोकारो जिला में इसके पहले 10 कोरोना के मरीज मिले थे. इनमें से एक की मौत हो गयी, जबकि 9 अन्य लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं.

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एक महीने तक कोई केस सामने नहीं आने के बाद प्रशासन को उम्मीद थी कि जिला ग्रीन जोन में तब्दील हो जायेगा, लेकिन 5 नये मरीजों ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. बोकारो जिला में कोरोना के कुल 15 मामले अब तक सामने आ चुके हैं. इनमें एक की मौत हुई है, 9 मरीज कोविड19 के संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर गये. 5 लोग कोविड19 अस्पताल में भर्ती हैं.

उल्लेखनीय है कि झारखंड के 24 में से 21 जिला कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. बुधवार (21 मई, 2020) देर रात प्रदेश में 18 लोगों में इस विषाणु के संक्रमण की पुष्टि हुई.

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रांची जिला में सबसे ज्यादा 7 लोग संक्रमित पाये गये, तो बोकारो में 5, कोडरमा-सरायकेला में 2-2 और जमशेदपुर एवं गिरिडीह में 1-1 व्यक्ति में इस विषाणु की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही राज्य में कोविड19 के मरीजों की संख्या 308 हो गयी.

ऑरेंज जोन कब बनता है ग्रीन जोन?

कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो चुके किसी जिले में यदि लगातार 21 दिन तक इस विषाणु से संक्रमण का कोई केस सामने नहीं आता है, तो उस जिला को ग्रीन जोन घोषित कर दिया जाता है.

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ऐसे जिले में लॉकडाउन की शर्तों में कई तरह की रियायतें मिल जाती हैं. जनजीवन बहुत हद तक सामान्य हो जाता है. बोकारो जिला ने इसकी शर्तें पूरी कर ली थीं, लेकिन ग्रीन जोन घोषित होने से पहले ही यहां 5 नये मरीज मिल गये हैं. इससे प्रशासन की चिंता बढ़ गयी है.

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