बोकारो के DVC पावर प्लांट में बड़ा हादसा, बिजली का केबल कटिंग के दौरान दो मजदूर बुरी तरह झुलसे

बोकारो के डीवीसी पावर प्लांट में केबल कटिंग के दौरान दो मजदूर बुरी तरह झुलस गये. दोनों को बेहतर इलाज के लिए बीजीएच हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया.

By Sameer Oraon | June 18, 2024 2:17 PM

राकेश वर्मा, बोकारो : बोकारो के डीवीसी पावर प्लांट में चालू बिजली लाइन का केबल कटिंग के दौरान फ्लैशिंग से दो मजदूर बुरी तरह झुलस गये. आनन फानन में दोनों के प्लांट में स्थित अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया. इसके बाद चिकित्सकों की सलाह पर जिले के बीजीएच हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. घटना मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे की है.

बगैर किसी सेफ्टी के कर रहे थे केबल काटने का काम

बताया जाता है कि स्क्रैप वाले बी पावर प्लांट की कटिंग का कार्य हैदराबाद की राधा स्मेलटर्स कंपनी को दिया गया है. मंगलवार को प्लांट फायर सेक्शन के समीप जीरो मीटर लेवल पर कंपनी के सुपरवाइजर के निर्देश पर गोविंदपुर पंचायत के दो मजदूर केबल काटने गये. इस दौरान दोनों बैगर किसी सेफ्टी के इस कार्य को अंजाम दे रहे थे. इस क्रम में जोर का फ्लैशिंग होने पर दोनों मजदूर झुलस कर पास में स्थित एक नाला में गिर पड़े. मजदूरों की पहचान नकुल राम और लखन सिंह के रूप में ही हुई है.

दोनों घायलों का कराया गया प्राथमिक उपचार

झुलसने के कारण घायल नकुल राम का पैर, चेहरा, बायां हाथ तथा दाहिने हाथ का आंशिक हिस्सा बुरी तरह से जल गया. जबकि मजदूर रवि सिंह का दाहिना हाथ, कंधा और चेहरे का कुछ हिस्सा झुलस गया है. कार्यस्थल पर मौजूद बाकी कामगारों ने कंपनी के ही एंबुलेंस से तत्काल दोनों घायलों को डीवीसी हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉ एसके झा सहित अन्य डॉक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ एवं फार्मासिस्ट की टीम ने दोनों घायलों का प्राथमिक उपचार किया.

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घायलों से मिलने कई लोग पहुंचे अस्पताल

सूचना पाकर घायलों के परिजन, गोविंदपुर सी पंचायत के मुखिया विकास सिंह,आजसू बेरमो प्रखंड अध्यक्ष मंजूर आलम, जलेश्वर महतो, जितेंद्र यादव, मजदूर नेता रंजीत राम, राजेश सिंह,डीवीसी के सेफ्टी ऑफिसर अशोक कुमार चौबे, अभियंता शशिशेखर, कंपनी के सुपरवाइजर राकेश सिंह सहित काफी संख्या में कामगार एवं मजदूर हॉस्पिटल पहुंचे. दोनों की स्थिति को देखकर उसके परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल था.

बरती गयी भारी लापरवाही

स्क्रैप पावर प्लांट में कटिंग का कार्य के दौरान भारी लापरवाही बरती गयी है. घटना के वक्त डीवीसी के सेफ्टी विभाग का कोई अधिकारी या इंजीनियर, सुपरवाइजर नहीं रहते हैं. जबकि नियमानुसार इनमें से किसी एक पदाधिकारी का वहां पर रहना अनिवार्य है. वहां पर रहने वाले अन्य लोगों ने बताया कि कंपनी के सुपरवाइजर मनमाने तरीके से स्क्रैप कटिंग का काम करवाते हैं. आज फायर सेक्शन के समीप जिस केबल को हेक्सा ब्लेड से काटा जा रहा था वह पावर प्लांट से कॉलोनी को जाने वाली फीडर वन की 15 एमवी की चालू लाईन थी. चालू लाइन को काटने के दौरान ही घटना घटी है. केबल कटने एवं फ्लैशिंग के बाद एक नंबर फीडर से कॉलोनी को सप्लाई होने वाली बिजली सेवा ठप हो गई है.

क्या कहते हैं डीवीसी के सेफ्टी ऑफिसर

डीवीसी के सेफ्टी ऑफिसर अशोक कुमार चौबे ने इस मामले पर कहा कि जिस लाइन को काटा जा रहा था वह चालू लाइन का केबल था. इसे देखने के लिए इलेक्ट्रिकल विभाग के इंजीनियर को रखा गया है. अगर समय पर दोनों का इलाज नहीं होता तो उनकी जान भी जा सकती थी.

क्या कहते हैं इंजीनियर

जब इंजीनियर सचिन बोदलकर इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसे देखने के लिए इलेक्ट्रिकल विभाग के अधिकारी एवं इंजीनियर हैं. उनको ही बताना होता है कि कौन सा केबल काटना है और कौन सा नहीं. इस मामले को लेकर एचओपी आनंद मोहन प्रसाद को उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.

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