बोकारो : आर्थिक नाकेबंदी व हिंसक झड़प से ईएसएल स्टील (वेदांता) को हुआ 100 करोड़ का नुकसान
वेदांता समूह की कंपनी इएसएल स्टील लिमिटेड कानून का पालन करने व नैतिक रूप से अनुपालन करने वाला संगठन है. सामुदायिक विकास प्रयासों को लेकर कंपनी को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार प्राप्त हुआ है.
वेदांता समूह की कंपनी इएसएल स्टील लिमिटेड कानून का पालन करने व नैतिक रूप से अनुपालन करने वाला संगठन है. सामुदायिक विकास प्रयासों को लेकर कंपनी को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार प्राप्त हुआ है. यह कहना है इएसएल स्टील लिमिटेड के सीइओ आशीष गुप्ता का. सीइओ श्री गुप्ता ने आंदोलनकारियों की ओर से उठाये गए सभी मुद्दों के सौहार्दपूर्ण समाधान के बाद बुधवार को बताया कि हालिया नाकेबंदी के मद्देनजर इएसएल स्टील लिमिटेड में कार्यरत कर्मचारियों सहित अधिकारियों की योगदान सराहनीय रहा. विषम परिस्थितियों में वो अडिग रहे व प्लांट को सुचारू रूप से चलने में अपनी शत-प्रतिशत दिया. सभी आवश्यक सेवाएं सुचारू व दुर्घटना-मुक्त रही. सीइओ ने बताया कि नाकेबंदी के परिणामस्वरूप उत्पादन में बाधा आई. 70 प्रतिशत की कटौती हुई, जिससे 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. सभी गेटों पर नाकाबंदी से संसाधन व कार्य में बाधा उत्पन्न हुई. नाकेबंदी के कारण जानमाल़ की हानि हो सकती थी, लेकिन ये परिस्थिति टल गयी.
श्री गुप्ता ने कहा कि प्रबंधन को इस बात का मलाल है कि जब प्रदर्शनकारियों से संयंत्र की सुरक्षा व मानवीय आधार को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों को बदलने की अनुमति देने का अनुरोध किया तो वे नहीं माने. सीइओ श्री गुप्ता ने कहा कि इएसएल स्टील लिमिटेड किसी भी मुद्दे का समाधान खोजने के लिए रचनात्मक बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. एक संगठन के रूप में हमसे जो भी मांगा जाता है, हम हमेशा उससे आगे बढ़कर काम करते हैं. समाज व समुदाय की बेहतरी के लिए है कंपनी हमेशा तत्पर है. इसी दृष्टिकोण से रचनात्मक चर्चा के लिए वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया था. कंपनी ने हमेशा स्थानीय आबादी को उनके कौशल व रिक्तियों की उपलब्धता के आधार पर रोजगार के अवसर दिए हैं. सौहार्दपूर्ण ढंग से मुद्दों को हल किया है.
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