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बोकारो का हर राज्य से है ट्रांसपोर्ट लिंक, लेकिन अब तक ट्रांसपोर्ट नगर नहीं

बोकारो जिला ट्रांसपोर्टिंग के लिहाज से बहुत आगे है. यहां कोल इंडिया, सेल, डीवीसी, ओएजनीसी, इंडियन ऑयल जैसे पीएसयू के अलावा इलेक्ट्रोस्टील जैसे संस्थान हैं. कई राज्यों से कनेक्शन है, इसके बाद भी आज तक यहां ट्रांसपोर्ट नगर नहीं बन सका है. शहर को इसकी कमी खल रही है.

Bokaro News: बोकारो जिला ट्रांसपोर्टिंग के लिहाज से बहुत आगे है. यहां कोल इंडिया, सेल, डीवीसी, ओएजनीसी, इंडियन ऑयल जैसे पीएसयू के अलावा इलेक्ट्रोस्टील जैसे संस्थान हैं. इसके अलावा खाद सामग्री व निजी सामग्री की उपलब्धता के लिए भी ट्रांसपोर्ट सेक्टर का वृहत पैमाने पर इस्तेमाल होता है. हर दिन औसतन 3500-4000 से अधिक मालवाहक का ठहराव चास-बोकारो में होता है. बावजूद इसके जिला में एक भी ट्रांसपोर्ट नगर नहीं है. जबकि, इसकी मांग लंबे अरसे से हो रही है. चुनाव दर चुनाव में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने का वादा होत रहा है. लेकिन वादे तो वादे हैं, वादों का क्या.

जिले में इतने वाहन रजिस्टर्ड

जिला में 14666 भारी माल वाहक, 1001 मध्यम मालक वाहक व 17415 हल्का माल वाहक वाहन रजिस्टर्ड हैं. यह तमाम वाहन बोकारो से दूसरे राज्य व जिला जाते हैं. साथ ही जिला में भी ठहराव करते हैं. विभिन्न जिला व राज्य से बोकारो में भी हजारों मालवाहक वाहन आते हैं, लेकिन, इन वाहनों के ठहराव के लिए कोई जगह नहीं है. नो इंट्री के समय कोई व्यवसायी यदि माल अपने गोदाम में उतरवाना चाहे तो उन्हें दिन में तारे दिखाई देने लगता है. साथ ही चालकों को भी परेशानी होती है.

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चोरी की हुई है घटना

चास नगर निगम क्षेत्र से 2021 में दो भारी मालवाहक वाहन की चोरी हुई. चास स्थिति सोलागिडीह तालाब के पास से अशोक साव का 12 चक्का वाहन व आइटीआइ मोड़ के पास से पीडी अग्रवाल का 10 चक्का वाहन चोरी हो गयी. वाहन से ईंधन व बैटरी चोरी आम बात है. बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के लिए 40-45 बार कोशिश की है. डीसी से लेकर मुख्यमंत्री, डीटीओ से लेकर सचिव स्तर तक बात की गयी. वहीं विभिन्न ट्रांसपोर्टर संगठन ने भी दर्जनों बार फरियाद लगायी है.

जगह चिह्नित हुई और भूल गया प्रशासन

चास में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के लिए कई बार जगह चिह्नित की गयी है. 2017-18 में जेल मोड़ के पास जगह चिह्नित की गयी थी. इसके लिए वन विभाग व जिला पदाधिकारी से वार्ता भी हुई थी, लेकिन, कोई फैसला नहीं हो सका. चास के कांड्रा में भी जगह चिह्नित की गयी थी. लेकिन, वहां स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया था. इसके अलावा भी कई बार इस दिशा में प्रयास किया गया. वर्तमान समय में ट्रांसपोर्ट नगर बसाने का फाइल पेंडिंग में रखा हुआ है.

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सड़क पर गाड़ी खड़ा करने की विवशता

शहर में लंबे समय से ट्रांसपोर्ट नगर की मांग की जा रही है, लेकिन, निर्माण नहीं हुआ है. चास नगर निगम क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड, धर्मशाला मोड़ से आईटीआई मोड़ तक, एनएच 32, तलगड़िया रोड, एनएच 23 पर माल वाहकों का जमावड़ा लगा रहता है. इसी तरह हर व्यावसायिक क्षेत्र मसलन, बालीडीह, जैनामोड़ व अन्य जगहों पर सड़क किनारे ही वाहन खड़े रहते हैं. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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