बोकारो में छह साल से फरार अपराधी का घर बुलडोजर से ढाहा
छह सालों से पुलिस की पहुंच से दूर अपराधी आरजू मल्लिक के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया. आरजू का घर माराफारी थाना क्षेत्र के आजाद नगर सिवनडीह में था. उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं.
Bokaro News: पिछले छह सालों से पुलिस की पहुंच से दूर अपराधी आरजू मल्लिक के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया. आरजू का घर माराफारी थाना क्षेत्र के आजाद नगर सिवनडीह में था. उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं. बीएसएल की जमीन पर बने घर को गिराने के लिए पुलिस ने सेल प्रबंधन व एसडीओ से अनुशंसा की थी. इसके बाद प्रशासन की ओर से दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त कर तीन थानों की पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई की गयी.
ऐसे की गई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, बीएसएल प्रबंधन ने भी एसडीएम की अदालत में शिकायत की थी. सभी अनुशंसा को देख चास एसडीएम ने कार्रवाई का आदेश जारी किया था. दंडाधिकारी सुदीप एक्का और बालीडीह, सिटी थाना तथा माराफारी थाना पुलिस की मौजूदगी में बुलडोजर चलाया गया. श्री एक्का ने बताया कि आरजू ने बीएसएल की जमीन पर घर बनाया था, जिसे आदेश के बाद गिरा दिया गया. कार्रवाई के दौरान कोई अड़चन नहीं आयी.
एक साल पहले हुई थी कुर्की-जब्ती
सिटी पुलिस ने एक मामले में 27 अगस्त, 2021 को आरजू के इसी घर की कुर्की की थी. वह हत्या, रंगदारी मांगने, धमकी देने व गैंगरेप का आरोपी है. वर्ष 2016 में माराफारी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की हत्या हुई थी. इस मामले में भी उसकी तलाश है. इसके अलावे बोकारो के कई थानों में उस पर मामले दर्ज हैं. चास महिला थाना पुलिस भी उसे खोज रही है. यहां दर्ज एक मामले में एक युवती ने आरजू के अलावा चार अन्य पर गैंगरेप करने का आरोप लगाया है. बताया जाता है कि आरजू नाम बदल कर बोकारो की रहनेवाली एक युवती से प्यार करता था. वर्ष 2021 में एक दिन उसे बहला-फुसलाकर उसे को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित एक घर में ले गया. वहां पहले से पंडित को बुलाकर रखा गया था.
युवती का गैंगरेप कर बनाया वीडियो और करने लगा ब्लैकमेल
आरजू ने युवती से जबरन शादी करने के बाद अपने साथियों के पास छोड़ दिया और वहां से चला गया. इस दौरान उसके साथियों ने युवती से गैंगरेप कर वीडियो बना लिया और ब्लैकमेल करने लगे. विवश होकर युवती ने चास महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. इस कांड के कुछ महीनों बाद ही बोकारो पुलिस की एक टीम सूचना पर जमुई गयी थी. पुलिस से हुई मुठभेड़ में आरजू घायल हो गया था. लेकिन किसी तरह बचकर भाग निकला. इसके बाद पता चला कि वह पटना के एक अस्पताल में इलाज करा रहा है. बोकारो पुलिस पटना पहुंची तो पता चला कि वह अस्पताल से भी फरार हो गया है.