वेदांता इएसएल स्टील लिमिटेड ने नाबार्ड के सहयोग से राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया. प्रोजेक्ट बाड़ी के तहत आदिवासी व महिला किसानों की कृषि में भागीदारी बढ़ाने को लेकर जानकारी दी गयी. खेती को उन्नत बनाने के बारे में बताया गया. योजना से चास व चंदनकियारी ब्लॉक के आठ गांव में 500 से अधिक आदिवासी किसान परिवार लाभान्वित होंगे. पीआर प्रमुख आशीष रंजन ने बताया : योजना से आसपास के गांवों में किसानों को लाभ पहुंचेगा. वेदांता द्वारा लायी गयी योजना से उन्हें स्थायी आजीविका मिलेगी.
श्री रंजन ने बताया
प्रोजेक्ट बाड़ी से 500 आदिवासी किसान परिवार सशक्त बनाने व बंजर भूमि खेती योग्य भूमि में परिवर्तित करने की दिशा में पहल होगी. इससे बंजर भूमि में फसल उगेंगी व क्षेत्र का विकास होगा. किसानों ने इएसएल के प्रयासों की सराहना की. कहा : आदिवासी हमेशा मिट्टी, पानी, पेड़ व पर्यावरण के सच्चे मित्र रहे हैं. बताते चले कि बाड़ी परियोजना छोटे विकास पर केंद्रित है. उद्देश्य फलों के बगीचे, पानी के माध्यम से भूमिहीन आदिवासी किसानों के लिए अंतःखेती, सूक्ष्म उद्यम के साथ संसाधन विकास एवं विकास सिंचाई कुशल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना है. चंदनकियारी ब्लॉक के भागाबांध समेत चास के पारटांड, हूतु पाथेर, कुंवरपुर, आसनसोल, तेतुलिया, नेपुर चौक व पश्चिम महल को योजना में शामिल किया गया है.
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