बोकारो : सांप के काटने से कई लोगों की गयी जान, प्रखंड स्तर पर नहीं है इलाज

पेटरवार व आसपास के क्षेत्रों में रसेल वाइपर सांपों की संख्या में वृद्धि, एंटी वेनम नहीं होने से लोगों को जाना पड़ता है बोकारो या धनबाद...

By Prabhat Khabar News Desk | December 28, 2023 6:18 AM

पेटरवार, नागेश्वर महतो : पेटरवार व आसपास के क्षेत्रों में रसेल वाइपर सांपों के काटने से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. इससे ग्रामीण भयभीत है. प्रखंड स्तर पर एंटी वेनम के अभाव से तत्काल इलाज नहीं हो पाता है. इलाज के लिए गोमिया, बोकारो या रांची पहुंचने में देर हो जाती है. कई किसानों ने बताया कि ये सर्प हाल के दिनों में जहां-तहां दिखाई देते हैं. फिलहाल किसान खेत-बारी करने से काफी भय खाते हैं. खेत में जब जुताई के लिए ट्रैक्टर चलाते हैं, तो कई रसेल वाइपर कट जाते हैं. ऐसी परिस्थिति में लोग खेत में उतरना खतरनाक मानते हैं. ग्रामीणों की मांग है कि प्रखंड स्तर पर दवा उपलब्ध करवाया जाये ताकि कम समय में तत्काल एंटी वेनम पड़ने से मौतों की संख्या में कमी आ सकती है.

सर्पदंश से इन्होंने तोड़ा दम

पेटरवार से सटे कसमार प्रखंड के बरइकला ग्राम निवासी चंडीचरण महतो की पत्नी राजूबाला देवी (70) के पैर में 11 दिसंबर को रसेल वाइपर सांप ने काट दिया. महिला को गोमिया स्थित अस्पताल ले जाया गया. प्राथमिक उपचार कर रिम्स रेफर कर दिया गया. जहां 13 दिसंबर को उसकी मौत हो गयी. ब्राह्मणडीह निवासी एक व्यक्ति की मौत कई वर्षों पूर्व हो गयी थी. ये दोनों घटनाएं एक किलो मीटर के दायरे में हुई थी. पेटरवार प्रखंड के जरीडीह निवासी बलदेव महतो की पत्नी तीजनी देवी को पांच जुलाई 2019 में रसेल वाइपर सांप ने काटा था. जिसकी मौत रिम्स रांची में इलाज के दौरान हो गयी थी. इसके पूर्व प्रखंड के कोह ग्राम निवासी देवी चरण मांझी की पत्नी चिंतु देवी को मकई तोड़ने के दौरान रसेल वाइपर के काटने से मौत हो गयी थी. सदमाकला की एक महिला की मौत रसेल वाइपर के काटने से दो वर्ष पहले हो गयी थी. बुढनगोड़ा ग्राम की एक स्कूली बच्ची की मौत तीन वर्ष पूर्व हो गयी थी. इसके अतिरिक्त भी अन्य कई घटनाएं हो चुकी है.

बाहर हुआ इलाज, तो बच गयी जान

वहीं इसके पूर्व ग्राम बरइकला बेंगहारा निवासी एक महिला को रसेल ने काटा था, जिसका बोकारो में इलाज हुआ और वह ठीक को गयी. कोह ग्राम के पोखर टोला निवासी लीलमोहन महतो का पुत्र मिथुन महतो को गत जुलाई में रसेल वाइपर सांप ने काटा था, जिसका इलाज धनबाद स्थित एक अस्पताल में इलाज कराया गया जो ठीक हो गया.

रसेल वाइपर की बनावट

यह गहरा पीला रंग व भूरे रंग की पृष्टिय धब्बा होता है. इसका मुंह तिकोन, सिर का भाग पतले गर्दन से जुडा रहता है. यह युवा अवस्था में चार फिट लंबा होता है. जब वह वार करता है तो एस आकार बनाता है. इसके काटने के बाद व्यक्ति को पेट व सिर दर्द, दस्त, बुखार, सूजन, घाव से रक्त स्राव और आंतरिक अंगों को फेल्योर कर देता है.

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