Bokaro News : दो शिक्षिकाओं के भरोसे हो रही 160 बच्चों की पढ़ाई

Bokaro News : हाल बोकारो के नव प्राथमिक विद्यालय, विकास नगर सेक्टर एक सी का, विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2025 11:09 PM

धर्मनाथ कुमार, बोकारो, झारखंड सरकार बच्चों की शिक्षा के लिए स्कूलों को अपग्रेड कर रही है. पीएम श्री योजना के तहत कई सरकारी स्कूलों का कायाकल्प करके उनमें शिक्षकों की व्यवस्था की गयी है. लेकिन बोकारो जिले में आज भी ऐसे स्कूल है जो मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. कुछ ऐसा ही हाल है नव प्राथमिक विद्यालय विकास सेक्टर एक सी का. जहां विभागीय उदासीनता के चलते शिक्षा व्यवस्था बदहाल स्थिति में है. प्राथमिक स्कूल में पढ़ाने के लिए सिर्फ दो ही शिक्षिका है. इस दो शिक्षिका के भरोसे 160 छात्रों का भविष्य है. जो पहली से लेकर कक्षा पांचवीं तक की पढ़ाई कर रहे हैं. बच्चों की माने तो उनके किसी भी विषय की ठीक तरीके से पढ़ाई नहीं होती है. पढ़ाई ना होने से शिक्षा स्तर बेहद कमजोर है. बुधवार को स्कूल में बच्चे करीब 50 की संख्या में मिले. वहीं शिक्षिका भी इस बात को मानती हैं कि दो के भरोसे सभी बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं करवाई जा सकती है.

नहीं बनी बाउंड्रीवाल, छात्रों की सुरक्षा से खिलवाड़

छात्र-छात्राएं विद्यालय संचालन अवधि में अपने आप को सहज और सुरक्षित महसूस कर सके, इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से कई स्तर की व्यवस्थाएं की गयी है. लेकिन नव प्राथमिक विद्यालय विकास नगर में अबतक बाउंड्रीवाल ही नहीं बनी है. जबकि विद्यालय सड़क किनारे स्थित है. इस कारण से विद्यालय की छुट्टी या मध्यावकाश के समय बाउंड्री विहीन विद्यालय में खेलते छात्रों की सुरक्षा को खतरा बना रहता है. साथ ही आवारा मवेशी व जानवर विद्यालय परिसर में भ्रमण करते रहते है.

पानी का भी संकट

विद्यालय में पानी टंकी की व्यवस्था नहीं है. दो चापाकल है, इसमें भी एक खराब है वहीं एक का पानी सही नही है. इस कारण स्कूली बच्चों व शिक्षिकाओं सहित रसोईयों को भी पानी की समस्या क सामना करना पड़ रहा है. गर्मी में चापाकल की पानी सुख जाता है. मजबूरी में बच्चों को घर जाकर खुद तो पानी पीना पड़ता ही है या फिर कुछ बच्चे अपने साथ पानी लाते हैं.

जर्जर किचन रूम मे मिड डे मील बनाने को विवश हैं रसोइया

विद्यालय में मध्याह्न भोजन जर्जर किचन रूम में बनाया जा रहा है. किचन का छत एस्बेस्टस से बनी है. साथ ही दीवार में दरार हो गयी है जो कभी टूट कर गिर सकती है. रसोइया दीदी ने बताया कि बरसात में किचन रूम पानी से भर जाता है. ऐसे में भोजन बनाने में बहुत परेशानी होती है. इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक रेणु कुमारी ने कहा कि विद्यालय में मूलभूत सुविधा नहीं है. बाउंड्रीवाल नहीं होने से बच्चों को असुरक्षा महसूस होती है. पानी की भी घोर समस्या है. कई बार संबंधित अधिकारी से सभी समस्याओं से अवगत करा चूकी हूं. लेकिन कोई पहल नहीं हुई.

समस्याओं को दूर करने के लिए की जायेगी पहल : बीइइओ

इस संबंध में चास प्रखंड की बीइइओ प्रतिमा दास ने कहा कि विद्यालय की मूलभूत सुविधा देने के लिए शिक्षा विभाग गंभीर है. नव प्राथमिक विद्यालय विकास नगर की समस्या की जानकारी है. विद्यालय की सभी समस्याओं दूर करने के लिए पहल की जा रही है. विद्यालय की बांउड्रीवाल के लिए प्रस्ताव किया गया है.

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