Bokaro News : बोकारो में केरोसिन का वितरण एक साल में 50,99,278 लीटर यानी लगभग 51 लाख लीटर हुआ है. विभाग द्वारा जारी यह आंकड़ा वर्ष 2021 का है. यह स्थिति तब है जब 2017 में बोकारो जिला के हर घर में बिजली कनेक्शन पहुंचाने का दावा किया गया था. साथ ही हर घर में केंद्र सरकार की योजना के तहत गैस सिलिंडर पहुंचाने का दावा भी किया गया है. जिला में 30,49,554 लाभुक पीडीएस से जुड़े हैं. खाद्य, सार्वजनिक वितरण व उपभोक्ता विभाग के आंकड़ों की मानें तो जनवरी से दिसंबर 2021 तक प्रति माह केरोसिन की औसत खपत 4.5 लाख लीटर से अधिक हुई. शुरुआती चार माह में खपत 6.7 लाख से 7.4 लाख लीटर और इसके बाद आठ माह में खपत 2.75 लाख लीटर के करीब रही. हैरत यह कि मार्च 2022 के बाद खपत कुछ हजार लीटर व मई आते-आते कुछ लीटर में तब्दील हो जाती है.
माना जा सकता है कि गैस सिलिंडर की कीमत में इजाफा के कारण लोग पुराना तरीका से केरोसिन का उपयोग कर खाना पकाने लगे हों. लेकिन, आंकड़ें की मानें तो जिस समय गैस सिलिंडर की कीमत सबसे अधिक रही है उस समय केरोसिन की खपत सबसे कम रही है. मई 2022 में जिला में मात्र 56 लीटर किरासन का वितरण किया गया है. जबकि इसी माह में सिलेंडर की कीमत 1061 रुपये थी. इसके बावजूद सबसे कम केरोसिन का वितरण इसी माह हुआ.
इसी तरह यह भी माना जा सकता है कि बिजली की समस्या के कारण लोग लालटेन जलाने के लिए केरोसिन का उपयोग किये होंगे. अप्रैल व मई 2022 में बिजली संकट ने लोगों को परेशान किया है. अप्रैल में 62,993 लीटर केरोसिन का वितरण हुआ. जबकि मई में मात्र 56 लीटर ही केरोसिन का वितरण जिला में हुआ. अगर बिजली संकट के कारण मिट्टी तेल की खपत बढ़ती तो मई में मात्र 56 लीटर वितरण के बाद केरोसिन की कमी परेशानी बनकर सामने आती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
माह वितरण (लीटर)
साल 2021
जनवरी 709400
फरवरी 676104
मार्च 720640
अप्रैल 743206
मई 277038
जून 270928
जुलाई 272738
अगस्त 282637
सितंबर 285012
अक्तूबर 284915
नवंबर 293477
दिसंबर 283183
साल 2022
जनवरी 285500
फरवरी 251769
मार्च 3331
अप्रैल 62993
मई 56