कसमार (बोकारो): हाथियों के एक झुंड ने बुधवार की रात करीब दो-ढाई बजे झारखंड के बोकारो जिले के जरीडीह प्रखंड के भस्की स्थित पिपराटांड़ व रेहवटांड़ में काफी उत्पात बचाया. इस दौरान तीन भाइयों के घरों को तोड़ दिया, जबकि कई किसानों के खेत में लगी फसलों को रौंदकर बर्बाद कर दिया. पीड़ित परिजनों एवं ग्रामीणों के अनुसार जंगली हाथियों की संख्या लगभग दो दर्जन थी. काशीनाथ महतो, रथू राम महतो समेत अन्य ग्रामीणों ने हाथी भगाओ दल में सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग विभागीय अधिकारियों से की है.
देर रात गांव में घुसा हाथियों का झुंड
ग्रामीण बताते हैं कि रात करीब दो बजे हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश किया. इसके बाद बोली मांझी, जादू मांझी व बिरजू मांझी नामक तीन भाइयों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. एक वृद्ध महिला (बोली मांझी की पत्नी बॉबी देवी) अपने घर में हाथियों से घिर गयी थी. परिजनों ने उसे किसी प्रकार वहां से निकाला. पड़ोसी चोपा मांझी के घर पहुंचाकर उसकी जान बचायी. हाथी ने जादू मांझी के घर को तोड़कर करीब दो मन धान व एक क्विंटल चावल तथा बोली मांझी के घर को तोड़कर करीब एक क्विंटल चावल खा गये. इसके अलावा प्रदीप हेंब्रम के घर को तोड़कर करीब 50 किलो चावल चट कर गये. वहीं, बिरजू मांझी के 50 डिसमिल खेत में लगी गेहूं की फसल खा गये. इसके अलावा मेहिलाल मांझी के कद्दू की फसल और छूटबाबू महतो की गेहूं की फसल को भी नष्ट कर दिया.
ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद जंगल की ओर खदेड़ा
हाथियों के हमले के बाद गांव के ग्रामीण एकत्रित हुए. काफी मशक्कत के बाद हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने में सफल रहे. घटना की सूचना पाकर स्थानीय मुखिया मंटू राम मरांडी, झारखंड लोकत्रांतिक क्रांतिकारी मोर्चा के प्रखंड महासचिव राहुल कुमार महतो, समाजसेवी काशीनाथ महतो, रथुराम महतो आदि घटनास्थल पर पहुंचे व पीड़ित परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी व क्षति का जायजा लिया. इस दौरान सभी ने वरीय अधिकारियों व सरकार से जंगली हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने तथा मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग की. कहा कि बंगाल में हाथी के हमले में मारे जाने पर पीड़ित परिवार को पांच लाख का मुआवजा मिलता है. कहा : झारखंड में भी मुआवजा राशि में बढ़ोतरी होनी चाहिए. इस दौरान मंटू महतो, सुभाषचंद्र महतो, संजय महतो, राजेश कुमार महतो, चोपा राम मांझी, लालचंद महतो, रामेश्वर मांझी, बुली मांझी, जाटू मांझी, बिरजू मांझी, नागेश्वर मांझी, कुंज बिहारी महतो आदि मौजूद थे.
हाथी भगाओ दल में सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग
काशीनाथ महतो, रथू राम महतो समेत अन्य ग्रामीणों ने हाथी भगाओ दल में सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग विभागीय अधिकारियों से की है. उन्होंने कहा कि बंगाल में एक दल में लगभग 16 सदस्य शामिल हैं, जबकि यहां के हाथी भगाओ दल में मात्र छह सदस्य हैं. सदस्यों की संख्या कम रहने के कारण जंगली हाथियों को भगाने में काफी दिक्कत होती है.