बोकारो, सेल प्रबंधन पर हठधर्मिता व पांचों एनजेसीएस को कोई महत्व नहीं देने का आरोप लगाते हुए बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (बीएकेएस) बोकारो ने 19 अक्तूबर को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. बोनस की मांग को लेकर बीएकेएस के बैनर तले बीएसएल कर्मी बुधवार को मजदूर मैदान सेक्टर चार में जुटे. बीएकेएस के नेताओं ने कहा कि पांचों एनजेसीएस यूनियनों की असफलता व सेल प्रबंधन की तानाशाही के कारण सेल कर्मियों को काफी घाटा हो रहा है. वक्ताओं ने कहा कि भिलाई-बोकारो के निलंबित/इंक्रीमेंट कटौती व स्थानंतारित कर्मियों का मामला, वेज रिवीजन में एमजीबी, पर्क्स प्रतिशत में कटौती करने, 39 माह का फिटमेंट एरियर नहीं देने, पर्क्स एरियर में भेदभाव करने से सेल कर्मियों को पहले ही लाखों रुपये घाटा हो गया है. अब प्रोडक्शन रिलेटेड पे का फॉर्मूला नहीं बनाने व एनजेसीएस नेताओं द्वारा बगैर फॉर्मूला का ही मोलभाव से केवल ₹52000 की मांग करने से सेल कर्मचारी आक्रोशित है. कर्मी सेल प्रबंधन से आर-पार के मूड में है.
सम्मानजनक बोनस को लेकर कर्मी हड़ताल को सफल बनायेंगे
बीएकेएस नेताओं ने कहा कि भिलाई, बर्नपुर व दुर्गापुर के कर्मचारियों ने काला बैज लगाकर समर्थन दिया. बीएकेएस बोकारो टीम ने बुधवार को अपने सक्रिय सदस्यों के साथ मीटिंग आयोजित कर 19 को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. बोनस को लेकर मजदूरों का आक्रोश बोकारो व भिलाई के मशाल जुलूस से स्पष्ट प्रदर्शित हुआ है. सम्मानजनक बोनस को लेकर कर्मी हड़ताल को सफल बनायेंगे.एनजेसीएस नेताओं को कर्मी हित से कोई लेना-देना नहीं
संघ के अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि सरकार की पॉलिसी, श्रम कानून व कंपनी की पॉलिसी (एनजेसीएस का संविधान) की जगह सेल प्रबंधन अपने अधिकारियों की निजी पॉलिसी लागू कर रही है. वही दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई में रहने वाले एनजेसीएस नेताओं को कर्मचारियों के हितों से कोई लेना-देना नही है. आज तक हुई सभी हड़तालो में ऐतिहासिक होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है