Bokaro News: सदर अस्पताल में आयुष्मान योजना से बाइपोलर हेमी आर्थ्रोप्लास्टी सर्जरी

Bokaro News: पिंड्राजोरा की 60 वर्षीय रुकमणी देवी को मिला नया जीवन, आर्थिक परेशानी से जूझ रहा था दंपती

By Prabhat Khabar News Desk | September 21, 2024 11:48 PM
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बोकारो, पिंड्राजोरा की रहनेवाली 60 वर्षीय रुकमणी देवी को चलने में काफी परेशानी हो रही थी. उनके पति सतीश चौधरी ने कई जगहों पर इलाज कराया. चिकित्सकों ने जांच-पड़ताल के बाद बाइपोलर हेमी आर्थ्रोप्लास्टी नामक बीमारी बतायी. ऑपरेशन ही एकमात्र उपाय कहा. आर्थिक परेशानी से जूझ रहे सतीश चौधरी ने आयुष्मान कार्ड के सहारे सदर अस्पताल के डीएस डॉ अरविंद कुमार से संपर्क किया. सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सिविल सर्जन डॉ एबी प्रसाद के निर्देश पर ऑपरेशन की तिथि शनिवार तय की गयी. डीएस की देखरेख में ऑपरेशन के लिए एक टीम बनायी. टीम में आर्थोपेडिक्स डॉ आरपी सिंह, एनेस्थेसिया डॉ पंकज कुमार सिन्हा, ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट शमीम अख्तर सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को शामिल किया गया. टीम ने सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया. रुकमणी देवी का नया जीवन मिला. अब श्रीमती देवी सामान्य जीवन जी सकेंगी.

क्या है बाइपोलर हेमी आर्थ्रोप्लास्टी :

बाइपोलर हेमी आर्थ्रोप्लास्टी कूल्हे के जोड़ को ठीक करने के लिए की जाने वाली एक सर्जरी है. इसमें क्षतिग्रस्त फीमर के सिर को बदलकर कूल्हे को ठीक किया जाता है. जो कामकाज शुरू करता है. इस प्रक्रिया में फीमर के सिर को एक कृत्रिम बॉल से बदल दिया जाता है. कृत्रिम बॉल को स्टेम पर लगाया जाता है, जो फीमर के खोखले हिस्से में डाला जाता है. कृत्रिम बॉल को घूमने की अनुमति देने के लिए प्लास्टिक से बना एक अतिरिक्त सिर भी लगाया जाता है. जो घूमने को अनुमति मिलती है. इस सर्जरी के लिए मरीज को स्पाइनल एनेस्थीसिया या सामान्य एनेस्थीसिया दी जाती है.

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