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Bokaro News: अपग्रेड होगा बोकारो जनरल अस्पताल, विकल्पों पर विचार कर रहा प्रबंधन : बीके तिवारी

Bokaro News: बीएसएल के निदेशक प्रभारी ने पत्रकारों से की बातचीत, कहा : अस्पताल में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिए हुई कई नयी पहल, चिकित्सक व कर्मियों की बहाली का प्रयास जारी

By Prabhat Khabar News Desk | September 30, 2024 10:41 PM
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बोकारो, बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) अपग्रेड होगा. प्रबंधन विकल्पों पर विचार कर रहा है. अस्पताल में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिए कई नयी पहल की गयी है. इसमें कैजुअल्टी का रेनोवेशन, नये उपकरण की व्यवस्था आदि शामिल है. चरणबद्ध सुविधा बढ़ रही है. बीजीएच में चिकित्सक व चिकित्सा कर्मियों की बहाली प्रयास जारी है. ये बातें बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) के निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने सोमवार को बोकारो निवास में आयोजित वार्षिक पत्रकार सम्मेलन में कही.

उत्पादन लागत कम करने की दिशा में प्रयासरत है बीएसएल

श्री तिवारी ने कहा कि बीएसएल-सेल किसी भी चुनौती से निबटने में सक्षम है. टीम बीएसएल ने हर बार चुनौती को अवसर में बदला है. पिछले 7-8 महीनों के दौरान देश में चीन की ओर से बड़ी मात्रा में सस्ते दाम में स्टील डंप किया जा है, जिसका प्रतिकूल प्रभाव बीएसएल सहित अन्य घरेलू इस्पात कारखानों पर पड़ा है. इस चुनौती से निबटने के लिए बीएसएल भी अपनी उत्पादन लागत कम करने की दिशा में प्रयासरत है, ताकि लाभप्रदत्ता पर विदेशी स्टील डंपिंग का कम से कम असर बीएसएल पर पड़े. श्री तिवारी ने बताया कि 12000-14000 करोड़ के निवेश से बीएसएल के प्रस्तावित ब्राउनफ़ील्ड विस्तारीकरण के बाद उत्पादन क्षमता 4.5 मिलियन टन प्रति वर्ष से बढ़कर लगभग 7.5 मिलियन टन प्रति वर्ष होगी. डीपीआर तैयार है. सेल बोर्ड की स्वीकृति प्राप्त होने के बाद काम शुरू होगा. इसके तहत मौजूदा ब्लास्ट फर्नेस संख्या पांच के बदले 4500 घन मीटर क्षमता का एक नया ब्लास्ट फर्नेस लगाने का प्रस्ताव है. एसएमएस-न्यू में थीन स्लैब कास्टर भी लगाने का प्रस्ताव है.

10 मिलियन टन होगी गुआ लौह अयस्क की क्षमता

निदेशक प्रभारी श्री तिवारी ने कहा कि प्लांट के विस्तारीकरण के साथ झारखंड स्थित सेल के खदान और कोलियरी का भी क्षमता विस्तार होगा. गुआ लौह अयस्क की क्षमता 10 मिलियन टन की जायेगी, जिसके तहत एक चार मिलियन टन क्षमता का पैलेट प्लांट भी लगाया जायेगा. इसमें कुल लगभग 6000 करोड़ के निवेश का अनुमान है. इस्पात उत्पाद प्रक्रिया में कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए बीएसएल की ओर से डी- कार्बोनाइजेशन रोड मैप तैयार किया गया है, ताकि सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके.

बीएसएल में विकसित हो रहा स्पेशल स्टील ग्रेड

श्री तिवारी ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में बीएसएल सक्रिय रूप से योगदान कर रहा है. पिछले 3-4 वर्षों में अनाज भंडारण के लिए साइलोज़ के निर्माण के लिए स्पेशल स्टील, सोलर पैनल, शिपिंग कंटेनर और वाणिज्यिक पानी जहाजों के लिए स्पेशल स्टील ग्रेड विकसित किये गये हैं, जिसका निर्माण पहले देश में नहीं होता था. आगे भी इस तरह के स्पेशल स्टील ग्रेड विकसित किया जायेगा, ताकि विदेशों पर निर्भरता कम हो. बोकारो स्टील प्लांट में इसका रोडमैप तैयार किया गया है. काम भी शुरू है.

बंद स्कूल-अस्पताल भवनों का होगा बेहतर उपयोग

श्री तिवारी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि विभिन्न सेक्टरों में बंद बीएसएल के स्कूल भवनों, स्वास्थ्य केंद्र सहित अन्य ऐसे भवन जिनका उपयोग अभी नहीं हो है, उसका समुचित व्यावसायिक उपयोग किया जायेगा. इसके लिये योजना बन रही है. आने वाले कुछ माह में इसका परिणाम दिखेगा. बंद पड़े भवनों को बेहतर उपयोग किया जायेगा. एक सवाल के जवाब में श्री तिवारी ने कहा कि हवाई अड्डा से संबंधित कार्य बीएसएल के साइड से किये जा रहे हैं. संभावना है कि 2025 से उड़ान शुरू होगी.

अतिक्रमण के खिलाफ एक समान हो रही है कार्रवाई

श्री तिवारी ने कहा : अतिक्रमण के खिलाफ एक समान कार्रवाई की जा रही है, चाहें वह कितना भी बड़ा या कितना भी छोटा अतिक्रमणकारी हो…अतिक्रमण के खिलाफ सभी के लिये एक समान एक्शन लिया जा रहा है. कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ चरणबद्ध कार्रवाई हो रही है. किसी भी अतिक्रमणकारी को किसी भी किमत पर बख्शा नहीं जायेगा. इसकी मॉनिटरिंग दिल्ली से हो रही है. बीएसएल की जमीन व क्वार्टर को अतिक्रमणमुक्त किया जायेगा. बिजली-पानी की चोरी करने वालों को भी बख्शा नहीं जायेगा.

पत्रकार सम्मेलन में ये वरीय अधिकारी थे शामिल

पत्रकार सम्मेलन में सीआर महापात्रा, अधिशासी निदेशक (परियोजना, अतिरिक्त प्रभार एमएम), सुरेश रंगानी, अधिशासी निदेशक (वित्त एवं लेखा) राजन प्रसाद, अधिशासी निदेशक (एचआर, अतिरिक्त प्रभार संकार्य) जयदीप दासगुप्ता, अधिशासी निदेशक (माइंस) डॉ बीबी करुणामय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लक्ष्मी दास, सीजीएम (टेक्निकल), हरि मोहन झा, सीजीएम (एचआर), कुंदन कुमार, सीजीएम (नगर प्रशासन), मणिकांत धान-संचार प्रमुख आदि मुख्य रूप से शमिल थे.

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