Bokaro news: बीएसएल सस्टेनेबल व ग्रीन स्टील उत्पादन के लक्ष्य की ओर अग्रसर
Bokaro news: प्रभात खबर से खास बातचीत में बोले बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीके तिवारी, कहा : 2030 तक 2.1 टन प्रति टन क्रूड स्टील से कम जीएचजी उत्सर्जन व 2070 तक नेट जीरो का है लक्ष्य, सेल में सबसे अधिक बीएसएल में ठोस अपशिष्ट उपयोग बढ़कर 100 प्रतिशत होना बड़ी उपलब्धि
बोकारो, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) अपनी सभी प्रक्रिया व गतिविधियों में एनवायर्नमेंटल-सोशल-गवर्नेंस (इएसजी) मानकों व गाइडलाइंस के अनुपालन के प्रति पूर्णत: प्रतिबद्ध है. बीएसएल 2030 तक 2.1 टन प्रति टन क्रूड स्टील से कम जीएचजी उत्सर्जन व 2070 तक नेट-जीरो प्राप्त करने की दिशा में सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ रहा हैं, ताकि सस्टेनेबल व ग्रीन स्टील उत्पादन के लक्ष्य को हासिल किया जा सके. बीएसएल में ठोस अपशिष्ट उपयोग बढ़कर 100 प्रतिशत हो गया, जो पूरे सेल में सबसे अधिक है. ये बातें बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने प्रभात खबर से खास बातचीत में कही.
पार्टिकुलेट मैटर उत्सर्जन व विशिष्ट अपशिष्ट निर्वहन में कमी
श्री तिवारी ने कहा कि बीएसएल के ठोस प्रयासों के परिणामस्वरूप पिछले तीन वित्तीय वर्षों के दौरान पार्टिकुलेट मैटर उत्सर्जन में 12.07 प्रतिशत की कमी व विशिष्ट अपशिष्ट निर्वहन में 77.3 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आयी है. ट्रैक बैलास्ट के रूप में एलडी स्लैग का उपयोग, फ्लाई-ऐश व एलडी स्लैग का ब्रिक्स और सड़क निर्माण परियोजाओं में उपयोग, सीमेंट उद्योग में बीएफ स्लैग की आपूर्ति, एलडी स्लैग से पेवर ब्लॉक का निर्माण और पर्यावरण-अनुकूल सॉइल कंडीशनर के रूप में उपयोग सहित वेस्ट टू वेल्थ की दिशा में कई अभिनव पहल बीएसएल में लगातार किये जा रहे हैं, जिसका लाभ भी मिल रहा है.फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट व ग्राउंड माउंटेड सोलर पार्क होगा स्थापित
श्री तिवारी ने बताया कि अक्षय ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग के लिए कूलिंग पॉन्ड-1 में 30 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट व 20 मेगावाट क्षमता का ग्राउंड माउंटेड सोलर पार्क स्थापित होगा. इसके अलावा ग्रीन ग्रिड से 100 मेगावाट सोलर पावर लेने की योजना को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसका लाभ बीएसएल को निश्चित रूप से मिलेगा. बीएसएल अपने सभी स्टेक-होल्डर्स के प्रति संवेदनशील व उत्तरदायी है. सीएसआर के तहत परिक्षेत्रीय विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण क्षेत्रों में खेल-कूद का विकास, स्किल डेवलपमेंट से जरूरतमंदों व स्थानीय युवाओं के उत्थान के लिए बीएसएल प्रयासरत है.जल कुंभी से हैंडीक्राफ्ट आइटम निर्माण में लगभग 700 स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षण
श्री तिवारी ने कहा कि बीएसएल की ओर से विलुप्त होती बिरहोर जनजाति के 12 बच्चों के नये बैच को ज्ञान ज्योति योजना के तहत गोद लिया गया है. जल कुंभी से हैंडीक्राफ्ट आइटम निर्माण में लगभग 700 स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है. हैंडीक्राफ्ट ट्रेनिंग सेंटर परिसर में आठ अलग-अलग प्रजातियों के बांस के पौधे लगाये गये हैं, जिनसे कार्बन उत्सर्जन में कटौती भी होगी, साथ ही हैंडीक्राफ्ट आइटम के लिए कच्चा माल भी उपलब्ध हो सकेगा. स्थानीय युवाओं के कौशल विकास के लिए दीक्षा केंद्र व बोकारो प्राइवेट आइटीआइ में रोज़गारोन्मुख प्रशिक्षण प्रदान किया जा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है