Bokaro News: नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी, लाइजनर बोकारो से गिरफ्तार
Bokaro News: रिमांड पर लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस ने की पूछताछ, उसके पास से बरामद हुआ स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया का फर्जी आइकार्ड, बोकारो से गिरफ्तार अमित उफ लव पर थी मेडिकल क्लियर कराने की जिम्मेदारी
मुजफ्फरपुर/बोकारो,
रेलवे, एफसीआइ, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया समेत अन्य विभागों में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर उत्तर बिहार के बेरोजगार युवाओं से करोड़ों रुपये की ठगी मामले में पुलिस ने बोकारो से लाइजनर को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान अमित कुमार उर्फ लव (41) के रूप में की गयी है. वह बोकारो जिले के थाना सेक्टर-12 के 61-डी आदर्श काेऑपरेटिव कॉलोनी का रहने वाला है. उस पर पूर्व में फर्जीवाड़ा के तीन मामले दर्ज हैं. दिल्ली के लाजपतनगर में एक और बोकारो में दो फर्जीवाड़ा के मामले में यह आरोपित था. गिरफ्तारी की जानकारी सोमवार को एएसपी टाउन भापु प्रताप सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि अमित कुमार उर्फ लव के पास से स्टील ऑर्थेरिटी ऑफ इंडिया का फर्जी आइकार्ड भी मिला है. ठगी के इस गिरोह में अमित की भूमिका अभ्यर्थियों को मेडिकल पास कराने की थी. वह अभ्यर्थी और ठगों के बीच कड़ी के रूप में जुड़ा था. उस पर पूर्व में दिल्ली के लाजवपतनगर और बोकारो के बीएस सिटी थाना और हरला थाना में भी फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज है. पुलिस ने अमित उर्फ लव को 48 घंटे तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की है. इस दौरान उसने मामले में संलिप्तता स्वीकार करने के साथ ही इस गैंग को ऑपरेट करने के पैटर्न और लाइजनिंग में अपनी भूमिका समेत अन्य कई राज पुलिस को बताया है. उसने बताया कि स्टील ऑर्थेरिटी ऑफ इंडिया का जो फर्जी आइ कार्ड है, उसे सचेंद्र शर्मा ने जारी किया था. लव के पिता बोकारो इस्पात संयंत्र में अधिकारी के पद पर कार्यरत थे. फिलहाल सेवानिवृत्ति के बाद आदर्श को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित अपने बनाए हुए मकान में कर रहे हैं.
सासाराम से संचालित होता था ट्रेनिंग सेंटर
पुलिस की दूसरी टीम जो सासाराम में छापेमारी करने गयी थी. यहां से भी पुलिस को मामले से जुड़े कई साक्ष्य मिले हैं. रैकेट के मास्टरमाइंड ब्रह्मपुरा थाना के मेहंदी हसन चौक किला बांध रोड के सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा यहां ट्रेनिंग सेंटर को ऑपरेट करता था. इस ट्रेनिंग सेंटर से पुलिस को रेलवे के सील-मुहर, चेकबुक, रेलवे की परीक्षा के पैटर्न का प्रश्नपत्र और अन्य कई कागजात मिले हैं. सेंटर की वीडियोग्राफी कर पुलिस ने इन साक्ष्यों को संग्रहित किया है. इसे न्यायालय में उपस्थापन के लिए भेजा जाएगा. एएसपी ने बताया कि इन साक्ष्यों से यह स्पष्ट हो गया है कि सचेंद्र शर्मा और अन्य आरोपितों ने बेरोजगार युवकों को नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार बनाने के लिए पूरा सेटअप बिठा रखा था. इस गिरोह में अलग-अलग शहरों के दर्जनों शातिर जुड़े थे. ये बेराेजगारों को नौकरी के नाम पर जाल में फंसाते थे. इसके बाद इनसे लाखों रुपये की ठगी की जाती थी.जिले की लोकगायिका की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी
मुजफ्फरपुर. बेरोजगार युवाओं से नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी मामले में एक स्थानीय लोक गायिका की भूमिका सामने आने पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी शुुरू कर दी है. गायिका से जुड़े कई ठिकानों पर पुलिस ने छापा मारा, लेकिन उसका पता नहीं चल सका. एएसपी ने बताया कि प्राथमिकी में लोकगायिका को नामजद आरोपित बनाया गया है. ऐसे में शीघ्र उसकी गिरफ्तारी होगी. इधर, पुलिस भोजपुरी के ख्यातिप्राप्त अभिनेता सह गायक की भी भूमिका की तलाश कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है