बोकारो, दिल्ली पब्लिक स्कूल चास में शनिवार को ‘एजुकेटेड पेरेंट्स अबाउट एजुकेशन’ पर इन हाउस ट्रेनिंग का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्देश्य प्रभावशाली शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देना व शिक्षकों के कौशल को बढ़ाना था. डीपीएस चास की चीफ मेंटर डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में बच्चों के बेहतर प्रदर्शन के लिए शिक्षकों की जिम्मेदारियां बढ़ गयी हैं. उनकी प्रगति में शिक्षकों की उल्लेखनीय भूमिका होती है. इसलिए शिक्षा से अप-टू-डेट रहने के लिए शिक्षकों को निरंतर प्रशिक्षण की आवश्यकता है.
रिसोर्स पर्सन विद्यालय की नयी निदेशक डॉ मनीषा तिवारी थीं. डॉ मनीषा तिवारी ने शैक्षणिक कौशल में सुधार के लिए विभिन्न आधुनिक रणनीतियों पर सक्रिय शिक्षण तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया, जो कक्षा में छात्रों की अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करती है. शिक्षा में परिवर्तन, मूल्यांकन सुधार, अपने बच्चों को जानें, कैरियर परामर्श व कॅरियर अवसर पर चर्चा हुई. प्रशिक्षण में शिक्षकों के लिए 21वीं सदी के आवश्यक कौशलों को भी शामिल किया गया, इसमें क्रिटिकल थिंकिंग, क्रिएटिव थिंकिंग, सहयोग व अनुकूलन क्षमता शामिल है, जो उन्हें नई पीढ़ी के छात्रों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ने में सक्षम बनाता है. प्रशिक्षण से शिक्षक-शिक्षिका लाभान्वित हुये.डॉ मनीषा तिवारी बनीं स्कूल की नयी निदेशक
शिक्षिका के रूप में 24 व प्राचार्या के रूप में पांच वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त डॉ मनीषा तिवारी दिल्ली पब्लिक स्कूल चास की नयी निदेशक बनीं है. चीफ मेंटर डॉ हेमलता एस मोहन ने शनिवार को बालवृक्ष प्रदान कर विद्यालय परिवार से उनका परिचय कराया. डॉ हेमलता ने डॉ तिवारी को एक कुशल शिक्षाविद् बताया. विद्यालय के प्रो वाइस चेयरमैन एन मुरलीधरन, डीएस मेमोरियल सोसायटी चास के सचिव सुरेश अग्रवाल ने डॉ तिवारी को बधाई दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है