Bokaro News: इंटरनेट बंद होने का बाजार सहित आम जनजीवन पर पड़ा असर
Bokaro News: जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर सुबह 08:30 से दोपहर 1:30 बजे तक इंटरनेट रहा बंद, पेट्रोल पंप, सब्जी व अन्य सामानों की खरीदारी करने पहुंचे लोगों को हुई परेशानी
बोकारो, इंटरनेट जीवन का हिस्सा बन गया है. टाइम पास करने से लेकर जरूरत के छोटे-बड़े काम तक में इंटरनेट की मदद ली जा रही है. इंटरनेट ब ताल पर ही लोगों की दिनचर्या बढ़ रही है. लेकिन, शनिवार को जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को लेकर सरकार की ओर से एहतियातन इंटरनेट पर रोक लगा दी गयी. सुबह 08:30 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक इंटरनेट पर रोक रही. इसका असर जनमानस पर देखने को मिला. कुछ समय के लिए लोग थम गये. सबसे अधिक असर डिजिटल पेमेंट में हुई. तमाम यूपीआइ एप्लीकेशन इंटरनेट बंद होने के कारण ट्रांजेक्शन करने में असमर्थ रही. लोग यूपीआइ से छोटी सी छोटी खरीदारी के लिए भुगतान करने लगे हैं. पेट्रोल भराने निकले लोग, सब्जी की खरीदारी करने हटिया आये समेत विभिन्न खरीदारी करने आये लोगों को परेशानी हुई. पेट्रोल पंप संचालक रितेश अग्रवाल की माने तो आम दिनों के मुकाबले 30 से 35 प्रतिशत का व्यवसाय प्रभावित हुआ.कार्ड व यूपीआइ पेमेंट नहीं हुआ. हालांकि, इंटरनेट दोबारा बहाल होने पर स्थिति सामान्य की तरह होने लगी थी. वहीं इंटरनेट बंद होने का असर बाजार पर देखा गया. वर्तमान परिस्थिति में एक रुपये की खरीदारी करने पर लोग यूपीआइ के जरिये पेमेंट करते हैं. ऐसी स्थिति के कारण बहुत से लोगों ने बाजार से दूरी बनाकर रखी. दुकानदार पहचान के आधार पर ग्राहक को क्रेडिट पर सामान तो दिया, लेकिन नये लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संरक्षक संजय वैद ने कहा कि दोपहर तक, तो बाजार में कोई दिख ही नहीं रहा था. विभिन्न सेगमेंट के दुकानदारों को उम्मीद थी कि परीक्षा के कारण व्यवसाय में उछाल आयेगा, लेकिन दैनिक गतिविधि भी ठप हो गयी. इतना ही नहीं वर्क फोर होम कर रहे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.
परेशान रहे विद्यार्थी व अभिभावक
परीक्षा के लिए बनाये गये केंद्र के बाहर परीक्षार्थी के साथ आये अभिभावक व अन्य को परेशानी का सामना करना पड़ा. इंटरनेट पर रोक लगने की जानकारी लगभग तमाम लोगों को मिल चुकी थी. शुक्रवार की रात को ही विभिन्न सोशल साइट प्लेटफार्म व खबरिया चैनल की मदद से लोगों को इंटरनेट ठप होने की जानकारी मिल गयी थी. लेकिन, लोगों का दिलोदिमाग इस सच्चाई को स्वीकार करने को तैयार ही नहीं था. बार-बार लोग मोबाइल स्क्रॉल कर इंटरनेट शुरू होने का इंतजार करते दिखे.बैंकिंग पर नहीं हुआ असर
इंटरनेट ठप होने के कारण सबसे अधिक सवाल बैंकिंग व जरूरी सेवाओं के कामकाज प्रभावित होने को लेकर किया जा रहा था. लेकिन, इंटरनेट बंद होने से बैंकिंग पर कोई असर नहीं हुआ. कारण यह कि तमाम बैंक आंतरिक इंटरानेट तकनीक पर काम करती है. हालांकि, बीमा सेक्टर पर इसका असर देखने को मिला. ऑनलाइन काम करने वाले एजेंट को प्रीमियम व इएमआइ जमा करने में परेशानी जरूर हुई. यह परेशानी इंटरनेट व्यवस्था बहाल होते ही खत्म हो गयी.बोकारो विधायक ने उठाये सवाल
बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने सरकार के इंटरनेट व्यवस्था पर रोक लगाने को लेकर सवाल उठाया. श्री नारायण ने सोशल मीडिया पर लिखा कि लाखों युवा परीक्षा को लेकर अलग-अलग जिलों में होंगे, ऐसे में सरकार ने इंटरनेट बंद रखने का फैसला लिया है. हेमंत सरकार अपनी व्यवस्था को दुरुस्त नहीं कर पा रही, उल्टे युवाओं को परेशान करने का नया तरीका खोज लिया है. सरकार का यह तुगलकी फरमान लाखों लोगों की परेशानी का कारण बनेगा. दैनिक कार्य में इंटरनेट पर निर्भरता है. ऐसे में सरकार द्वारा अपनी व्यवस्था को दुरुस्त ना करके इंटरनेट सेवा ही बंद कर देना प्रशासकीय व्यवस्था पर प्रश्न खड़ा करता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है