कसमार, कसमार प्रखंड के कोतोगाड़ा में बजरंग क्लब व सांस्कृतिक कला मंच के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को करम परब महोत्सव का आयोजन हुआ. कार्यक्रम के दौरान गांव के आखड़ा में स्थापित करम डाली की पूजा युवतियों द्वारा की गयी. गांव के पाहन ने कर्मा-धर्मा की कहानी सुनायी व जीवन में कर्म के महत्व तथा भाई-बहन के प्रति निश्छल प्रेम का संदेश दिया. इस अवसर 1980 के दशक में लोक नाटिका मनसा मंगल तथा नृत्य में महती भूमिका निभाने वाले 100 पात्रों को सम्मानित किया गया. इसके पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएवी विद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षक कोतोगाड़ा निवासी निशिकांत दास गुरु, विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद व आजसू के जिला प्रवक्ता उमेश कुमार जायसवाल को क्लब के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया. श्री दास गुरु ने कहा कि कला मनुष्य को समाज में एकसूत्र में बंधे रहने का अवसर प्रदान करती है. उन्होंने कहा कि करम पर्व प्रकृति से जुड़ने का संदेश देती है. श्री जायसवाल ने प्रसिद्ध मानववादी लेखक चिंतक डॉ रामदयाल मुंडा के जीवन दर्शन ‘नाची से बांची”””” के महत्व पर प्रकाश डाला तथा करम परब की शुभकामनाएं दी. कार्यक्रम के सफल आयोजन में रांची महिला कॉलेज के प्रोफेसर डॉ रीतू घासी, रविकांत दास गुरु, सुमन, मनुलाल गंझू, संजीत कुमार गंझू, डॉ जीतलाल महतो, पंकज कुमार जायसवाल आदि की सक्रिय भूमिका रही. मंच संचालन भीष्म कुमार ने किया. मौके पर नरेंद्र घासी, राजकिशोर जायसवाल, सुधीर घास, छूटुराम महतों, ललन ठाकुर, वसंत नरेश गंझू, सुखलाल गंझू, अनिल महतो, मनोज गंझू, गोविंद गंझू, प्रदीप गंझू, फेकन आदि मौजूद थे.
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