बोकारो, डीपीएस बोकारो सेक्टर चार में शुक्रवार को चेनाब, सतलज व झेलम हाउस की ओर से द्विवार्षिक सदनोत्सव संगम का आयाेजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झारखंड के पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) राज कुमार मल्लिक (भापुसे), सम्मानित अतिथि उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) डॉ माइकल राज एस व कोयला क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) सुरेंद्र कुमार झा व विशिष्ट अतिथि बोकारो के एसपी मनोज स्वर्गीयारी थे.
मुख्य अतिथि श्री मल्लिक ने कहा कि विद्या से ही हमें विनम्रता मिलती है और विनययुक्त व्यक्ति ही योग्यवान बन सकता है. अंततोगत्वा विद्या और ज्ञान का एकमात्र लक्ष्य एक अच्छा, विनम्र तथा देश का जिम्मेदार नागरिक तैयार करना है. केवल जीवन में सफल होना ही काफी नहीं. ज्ञान का प्रकाश फैलाने की दिशा में श्री मल्लिक ने भारतीय वेद, पुराण, उपनिषद आदि की चर्चा करते हुए देश की परंपरा व संस्कृति को अत्यंत समृद्ध बताया. उन्होंने विद्यार्थियों को अपने माता-पिता और शिक्षकों का सदैव सम्मान करने की प्रेरणा दी. साथ ही, उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को संस्कारवान तथा सदाचारी बनाने की अपील की. अपने विद्यार्थी-जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि शुरू से ही शिक्षा के साथ-साथ सह-शैक्षणिक मामलों में भी डीपीएस बोकारो की राष्ट्रीय ख्याति रही है. यह गरिमा ही इसकी अद्वितीय विरासत है. विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों को सराहना की.विद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका जेनिथ का विमोचन
प्राचार्य डॉ एएस गंगवार ने विद्यालय की उपलब्धियों पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों के समग्र विकास के प्रति कटिबद्धता व्यक्त की. उन्होंने बच्चों के सर्वांगीण विकास में कला-संगीत की महत्ता पर प्रकाश डाला. साथ ही, अभिभावकों से अपने बच्चों के साथ समय बिताने व मित्र बनकर उनका मार्गदर्शन करने की अपील भी की. अतिथियों ने विद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका जेनिथ का विमोचन किया.विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य की दी प्रस्तुति
बच्चों ने विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य की प्रस्तुति से मन मोह लिया. सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शृंखला प्राइमरी विंग के झेलम हाउस के नन्हें विद्यार्थियों की ओर से प्रस्तुत हनुमान चालीसा पर आधारित नृत्य से शुरू हुई. सीनियर विंग से चेनाब सदन के सांस्कृतिक दल ने कर्नाटक के पारंपरिक लोकनृत्य यक्षगान में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला को प्रस्तुत किया. इसी हाउस की प्राइमरी विंग टीम ने राजस्थानी लोकगीत ढोला ढोल मंजीरा बाजे रे… की प्रस्तुति दी.
भारतीय व पुर्तगाल संस्कृति के मिश्रण पर आधारित कार्निवल डांस
झेलम सदन की छात्राओं ने ओडिशा के लोकनृत्य रोज्जो के माध्यम से वहां की आंचलिकता, महिला-कल्याण व प्रकृति व नारी के संबंधों को बखूबी दर्शाया. सतलज हाउस (सीनियर विंग) की टीम ने भोजपुरी लोकगीत कइसे खेलन जइबू… पेश किया. सतलज हाउस (प्राइमरी विंग) के बच्चों ने भारतीय व पुर्तगाल संस्कृति के मिश्रण पर आधारित कार्निवल डांस की जोशीली पेशकश से भरपूर तालियां बटोरीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है