बोकारो, आनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से सोमवार को पुरुलिया के आनंद नगर में तीन दिवसीय सेमिनार का समापन हुआ. प्रशिक्षक आचार्य सुतीर्थानंद अवधूत व आचार्य मोहनानंद अवधूत थे. आचार्य सुतीर्थानंद ने श्री श्री आनंदमूर्ति के दर्शन के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि गतिशीलता इस संसार की आवश्यक विशेषता है.
कहा कि प्राचीन मानव ने सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से जो गति शुरू की थी, वह अभी तक समाप्त नहीं हुई है. ना ही उस गति को रोकने के लिए कोई अल्पविराम, अर्धविराम या अवधि होगी. यह अविरल है. इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात संगीत, कीर्तन और ध्यान से हुई. आचार्य ने कहा कि अब प्रश्न उठता है कि किस प्रेरणा से, किस शक्ति से और किस लक्ष्य की ओर मनुष्य आगे बढ़ता है? यह देखा गया है कि मानव गति दो विचारों से प्रेरित होता है, आत्म-सुख तत्व यानि सुख का सिद्धांत और सम-समाज तत्व यानि सामाजिक समानता का सिद्धांत. सामाजिक समानता के सिद्धांत के माध्यम से मनुष्य सामाजिक सद्भाव लाता है. मौके पर केंद्रीय जनसंपर्क सचिव आचार्य दिव्यचेतनानंद अवधूत व अन्य मौजूद थे.कसमार : श्रद्धालुओं का जत्था प्रयागराज हुआ रवाना
कसमार, कसमार प्रखंड से श्रद्धालुओं का एक जत्था रविवार की देर शाम बस से प्रयागराज कुंभ स्नान के लिए रवाना हुआ. नेतृत्व मंजूरा के समाजसेवी प्रकाश कुमार कर रहे हैं. बताया गया कि कुंभ स्नान के बाद विंध्याचल, काशी एवं अयोध्या का भ्रमण भी कराया जायेगा. जत्था में शामिल शेखर शरदेंदु, सुजीत कुमार प्रजापति, निरंजन, ज्योति लाल महतो, भवानी शंकर महतो, शीला देवी, मीणा देवी आदि श्रद्धालुओं ने कहा कि कुंभ स्नान को लेकर वे सभी काफी उत्साहित हैं. जत्था में करीब चार दर्जन महिला-पुरुष श्रद्धालु शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है