Bokaro News : अनुशासन व कड़ी मेहनत से जीवन में आगे बढ़ें : आचार्य दया शिखरानंद

Bokaro News : गुरुकुल पब्लिक स्कूल में प्रतियोगिता प्रमाण-पत्र का किया गया वितरण, बोले आचार्य : खेलकूद, नाटक, डांस, भाषा, निबंध आदि से बच्चों का होता है बौद्धिक विकास

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2025 10:16 PM

पिंड्राजोरा, बसंत पंचमी व शिक्षा दिवस के अवसर पर चास प्रखंड अंतर्गत आमतल काशीझरीया स्थित गुरुकुल पब्लिक स्कूल में सोमवार को प्रतियोगिता प्रमाण-पत्र वितरण का आयोजन किया गया. उद्घाटन विधायक उमाकांत रजक, जिप सदस्य राजेश महतो, एएमपीएस, पीआरएस आचार्य दया शिखरानंद अवधूत, स्कूल डायरेक्टर प्राचार्य कृतबोद्धानंद अवधूत ने किया. आचार्य दया शिखरानंद ने छात्र-छात्राओं को अनुशासन समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ अपने जीवन के लिए निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने की सलाह दी.

कृतबोद्धानंद अवधूत ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के लिए खेलकूद, नाटक, डांस, भाषा, निबंध आदि से प्रतिस्पर्धा बढ़ती है. बच्चों में बौद्धिक विकास होता है. मौके पर जिप सदस्य राजेश महतो, किरण चंद्र माझी, चास प्रखंड अध्यक्ष सुबल चंद्र महतो, आचार्य कृष्णा सिंह चौधरी, रोहित कुमार साहू, अतुल सिंह, सुनील सिंह, महादेव महतो, दीपक कर्मकार, कबीर महतो, दीपक मंडल, शोभा देवी, सुनिती देवी, देवंती देवी, प्रिया तिवारी, संगीता देवी, आदि शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मी उपस्थित थे.

माराफारी में 50 कुष्ठ रोगियों की हुई स्क्रीनिंग

बोकारो, वेदांता इएसएल सीएसआर की ओर से आरोग्य परियोजना के तहत माराफारी क्षेत्र के निर्मल ग्राम अस्पताल परिसर में कुष्ठ रोग रोकथाम दिवस का आयोजन किया गया. मोबाइल स्वास्थ्य वैन ने 50 कुष्ठ रोगियों की स्क्रीनिंग की. उनके उपचार में सहायता के लिए जरूरी दवा दी गयी. रोगियों को देखभाल के लिए पोषण किट के साथ स्वच्छता व सफाई किट भी दी गयी. मरीजों को देखभाल करने वालों को कुष्ठ रोग की रोकथाम, लक्षण, उपचार विकल्पों के लिए उपलब्ध सरकारी कल्याण योजनाओं के बारे में जानकारी दी गयी. कुष्ठ रोग अस्पताल प्रभारी बसंत कुमार व समन्वयक एंथनी ने कुष्ठ रोग प्रबंधन, पुनर्वास व सामाजिक कलंक को कम करने के तरीकों पर मूल्यवान जानकारी साझा की. इससे पूर्व कुणाल दारिपा (प्रमुख सीएसआर इएसएल) ने कहा कि कुष्ठ रोग भारत में एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है. जो समाज के हाशिये पर रहने वाले वर्गों को प्रभावित करती है. इएसएल हम एक स्वस्थ और अधिक समावेशी समाज को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं. आरोग्य परियोजना के माध्यम से कुष्ठ रोग के कलंक को तोड़ने, प्रारंभिक निदान व उपचार सुनिश्चित करने, प्रभावित लोगों को उठाने का लक्ष्य रखते हैं. मौके पर संस्थान के दर्जनों मौजूद थे.

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