सीपी सिंह, बोकारो, बोकारो में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने को लेकर एक बार फिर से हलचल बढ़ी है. उपायुक्त विजया जाधव ने ट्रांसपोर्ट नगर बनाने को लेकर चास नगर निगम के अपर नगर आयुक्त संजीव कुमार को निर्देश दिया है. जगह फाइनल होने के बाद ट्रांसपोर्ट नगर बसाने को लेकर आगे की कार्रवाई होगी. बता दें कि ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की मांग कई दशक से होते रही है. बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज समेत विभिन्न संगठनों ने विभिन्न स्तर पर 100 से अधिक बार ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की मांग की है.
बोकारो जिला ट्रांसपोर्टिंग के लिहाज से बहुत आगे है. यहां कोल इंडिया, सेल, डीवीसी, ओएजनीसी, इंडियन ऑयल जैसे पीएसयू के अलावा इलेक्ट्रोस्टील जैसे संस्थान हैं. इसके अलावा खाद सामग्री व निजी सामग्री की उपलब्धता के लिए भी ट्रांसपोर्ट सेक्टर का वृहत पैमाने पर इस्तेमाल होता है. हर दिन औसतन 3500-4000 से अधिक मालवाहक का ठहराव चास-बोकारो में होता है. बावजूद इसके जिला में एक भी ट्रांसपोर्ट नगर नहीं है.ट्रांसपोर्ट नगर बनने से एकत्र उद्यम का विकास, जाम से मिलेगी मुक्ति
ट्रांसपोर्ट नगर बन जाने निर्माण स्थल के पास एकत्रित उद्यम का विकास होगा. वहां एकत्र रूप से भारी वाहन का सर्विसिंग सेंटर खुलेगा. ट्रांसपोर्ट नगर में चालक व उपचालक की ठहरने की व्यवस्था होती है, इसलिए छोटे-छोटे होटल भी खुलेगा. साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर से दुकान तक सामान पहुंचाने के लिए छोटे मालवाहक वाहन की डिमांड भी बढ़ेगी. इसके अलावा भी कई लाभ स्थानीय स्तर पर मिलेगा. जानकार बताते हैं कि ट्रांसपोर्ट नगर बन जाने से चास से जाम की समस्या व नो इंट्री की समस्या बहुत हद तक खत्म हो जायेगी. चास को बोकारो जिला का थोक बाजार माना जाता है. यहां हर दिन सैंकड़ों वाहन से खाद्य व अन्य सामग्री उतरती है. बड़े वाहन माल उतारने में कई बार जाम की स्थिति पनप जाती है. जबकि, ट्रांसपोर्ट नगर बन जाने से यह स्थिति नहीं होगी.पहले भी जगह हो चुकी है चिन्हित
भले ही बोकारो डीसी ने ट्रांसपोर्ट नगर बनाने को लेकर जगह चिन्हित करने का निर्देश दिया हो, लेकिन इससे पहले भी कई बार ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के लिए कई बार जगह चिह्नित की गयी है. 2017-18 में जेल मोड़ के पास जगह चिह्नित की गयी थी. इसके लिए वन विभाग व जिला पदाधिकारी से वार्ता भी हुई थी, लेकिन, कोई फैसला नहीं हो सका. चास के कांड्रा में भी जगह चिह्नित की गयी थी. लेकिन, वहां स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया था. इसके अलावा भी कई बार इस दिशा में प्रयास किया गया. 2022 में भी इसे लेकर पहल हुई थी.सड़क पर गाड़ी खड़ा करने की विवशता
शहर में लंबे समय से ट्रांसपोर्ट नगर की मांग की जा रही है, लेकिन, निर्माण नहीं हुआ है. चास नगर निगम क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड, धर्मशाला मोड़ से आइटीआइ मोड़ तक, नेशनल हाइवे, तलगड़िया रोड पर माल वाहकों का जमावड़ा लगा रहता है. इसी तरह हर व्यावसायिक क्षेत्र मसलन, बालीडीह, जैनामोड़ व अन्य जगहों पर सड़क किनारे ही वाहन खड़े रहते हैं. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है