मजदूरों के साथ वार्ता में मजदूरों ने प्रबंधन को 10 दिनों का समय देते हुए कहा कि त्वरित लंबित मजदूरों का नियोजित करें. नहीं तो उसी रूप में आंदोलन जारी रहेगा. गौरतलब कि स्लरी मजदूर महेंद्र रजक, शिवराम निषाद, श्रीमती देवी, कालेश्वर प्रजापति, बनी केवट ने लिखित आवेदन देकर सीसीएल प्रबंधन के अलावा स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी से आग्रह किया था कि वार्ता के अनुरूप प्रबंधन के द्वारा जिन लंबित स्लरी मजदूरों का नियोजन किया जाना था वो नहीं किया गया. मजदूर आत्मदाह करने को बाध्य होंगे. वार्ता में प्रबंधन के द्वारा नियोजित करने की घोषणा की गयी थी. वार्ता के दौरान मजदूरों के आग्रह पर आंदोलन में यूनियन के सचिव मुमताज आलम ने कहा कि प्रबंधन के साथ मजदूरों का वार्ता विगत छह माह पूर्व हुई थी. जिसमें उपरोक्त मजदूरों को जल्द नियोजन देने की बात कही गयी थी. लेकिन प्रबंधन द्वारा पहल नहीं किये जाने के कारण मजदूरों ने आत्मदाह की बात कही थी. कहा कि जब न्यायालय से आदेश मिल गया है और जांच भी हो गयी है तो नियोजन देने में टाल मटोल करना न्याय संगत नहीं है.
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