बोकारो, पट खुलते ही माई मुस्कइली, अब मूरती में आ गइल जान कि बोले लगली माई दुर्गा… बुधवार को चास-बोकारो के कई पूजा समिति पंडाल में मां दुर्गा का पट खुला. सप्तमी पूजन को लेकर आमंत्रित मां को पूजा समिति की ओर से आज विधि-विधान से लाया गया. भक्तों ने डोली पर मां को पूजन स्थल तक लाया. इस दौरान श्रद्धालु माता का जयकारा लगाते रहे. मां के जयकारों से शहर गुंजायमान हुआ. नवरात्रि के सातवें दिन देवी दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा हुई. मां कालरात्रि की पूजा कर भक्तों ने बुरी शक्तियों से सुरक्षित रहने व अकाल मृत्यु का भय खत्म करने का आशीष मां से लिया. अहले सुबह व रात्रि में देवी दुर्गा के सातवें स्वरूप की पूजा की गयी. भक्तों ने मां को गुड़ का भोग लगाया. ॐ देवी कालरात्र्यै नमः के साधना मंत्र से माता कालरात्रि का जप किया गया.
आज होगी महागौरी माता की आराधना
हिंदू धर्म में नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी माता की पूजा की जायेगी. महागौरी माता नवदुर्गाओं में से आठवीं देवी मानी जाती है. इनकी पूजा करने से लोगों के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है. महागौरी माता भगवान शिव की अर्धांगिनी हैं. शिव-शक्ति का मिलन ही संपूर्णता है. माना जाता है कि महागौरी माता की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. माता की कृपा से व्यक्ति को सुख, शांति व समृद्धि प्राप्त होती है. इसके अलावा कुंवारी कन्याएं महागौरी माता की पूजा करके मनचाहा वर प्राप्त कर सकती हैं.
चास, चास के जोधाडीह मोड़ स्थित दुर्गा मंदिर का बुधवार को शाम पट खुलते ही श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ पड़ी. पूजा पंडाल का उद्घाटन का कांग्रेस नेत्री श्वेता सिंह, चास थाना प्रभारी खुर्शीद आलम व पूजा समिति के सदस्यों ने किया. रात को मंदिर परिसर में माता जागरण का आयोजन किया गया. भक्ति गीतों पर श्रद्धालु रात भर झूमे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है