Bokaro news : सुयोग्य उम्मीदवार को लेकर भाजपा में हुई रायशुमारी
Bokaro news : बोकारो जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में संभावित उम्मीदवारों के नामों पर मंथन, एक पदाधिकारी व कार्यकर्ता को अधिकतम तीन संभावित उम्मीदवारों का नाम लिखकर बैलेट बॉक्स में डलवाया गया.
बोकारो, झारखंड भाजपा ने चुनावी तैयारी शुरू कर दी है. पहले फेज में जमीनी स्तर पर उम्मीदवारों की पैठ आंकी जा रही है. बुधवार को बोकारो जिले के सभी चार विधानसभा क्षेत्रों में संभावित उम्मीदवारों के नाम को लेकर रायशुमारी की गयी. हर विधानसभा क्षेत्र में अलग-अलग स्तर के पार्टी पदाधिकारियों से उम्मीदवारों का नाम पूछा गया. एक पदाधिकारी व कार्यकर्ता को अधिकतम तीन संभावित उम्मीदवारों का नाम लिखकर बैलेट बॉक्स में डलवाया गया. बोकारो, बेरमो व चंदनकियारी विस क्षेत्र के उम्मीदवारों के नाम की चर्चा गयी. बोकारो विधानसभा के लिए रायशुमारी सेक्टर 02 स्थित मां अंबे गार्डेन में हुई. कांके के पूर्व विधायक जीतू चरण राम व भाजपा के वरीय नेता सीताराम पाठक को पर्यवेक्षक बनाया गया था. वहीं बेरमो विधानसभा के लिए जैनामोड़ स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में रायशुमारी हुई. इसमें गोड्डा विधायक अमित कुमार मंडल बतौर पर्यवेक्षक मौजूद थे. वहीं चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र के लिए रवींद्र भवन में रायशुमारी हुई. रवि कुमार मिश्रा को पर्यवेक्षक बनाया गया था.
बोकारो में आठ, बेरमो-चंदनकियारी में पांच मंडल के सदस्य-पदाधिकारियों ने की वोटिंग
बोकारो विधानसभा क्षेत्र के लिए भाजपा सांगठनिक दृष्टिकोण से आठ मंडल के कार्यकर्ताओं ने मत दिया. वहीं बेरमो विधानसभा क्षेत्र के लिए पांच मंडल व चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र के लिए सांगठनिक रूप से पांच मंडल के कार्यकर्ता, पदाधिकारी व पूर्व पदाधिकारी ने अपना मत रखा. मंडल क्षेत्र में रहने वाले जिला पदाधिकारी, जिला कार्यसमिति सदस्य, निवर्तमान जिला पदाधिकारी, मंडल पदाधिकारी व कार्यसमिति, मंडल मोर्चा के अध्यक्ष व महामंत्री, शक्तिकेंद्र संयोजक, सहसंयोजक व प्रभारी, सभी पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व मंडल अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्य, प्रदेश मार्चा के पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्य, प्रदेश प्रकोष्ठ व विभाग के संयोजक-सह संयोजक जिला मोर्चा के पदाधिकारी ने मत दिया.
प्रक्रिया पूरी करने के लिए बनायी गयी थी टीम
प्रक्रिया को पूरी करने के लिए विधानसभा स्तर पर दो-दो लोगों की टीम बनायी गयी थी. वोटिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी चार बैलेट बॉक्स को पार्टी कार्यालय में लाया जायेगा. इसके बाद हर पर्ची की स्क्रीनिंग होगी. फिर यह देखा जायेगा कि किस विधानसभा क्षेत्र के लिए टॉप थ्री में कौन-कौन से नाम हैं. इससे आला नेताओं को बेहतर प्रत्याशियों के चयन में मदद मिलेगी. भाजपा सूत्रों के मुताबिक इस प्रक्रिया को साल 2014 के विधानसभा चुनाव के वक्त भी अपनाया गया था. इसका सार्थक नतीजा भी निकला. रघुवर दास के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी. लेकिन 2019 के चुनाव के समय रायशुमारी की प्रक्रिया पार्टी कार्यालय में ही पूरी की गयी थी.रायशुमारी… रद्द करने तक की मंच से हो गयी घोषणा
सभ्यता, सुचिता, अनुशासन व पार्टी विथ डिफरेंस का नाम देने वाली भाजपा रायशुमारी में कुछ अलग दिखी. बोकारो विधानसभा के हो रही रायशुमारी में अनुशासन तार-तार होते दिखा. मत देने में पहले मैं और पहले मैं की लड़ाई इस कदर पहुंची कि लोग कहने को विवश हो गये कि भाजपा अब अन्य दल से अलग नहीं रही. इतना ही नहीं मंच से रायशुमारी अज्ञात कारण से रद्द करने की घोषणा तक कर दी गयी. हर मिनट दो मिनट में बहसबाजी होते दिखी. कई नेताओं ने रायशुमारी लिस्ट में से नाम काट देने का आरोप लगाया. सबसे बड़ी बात यह कि यह तमाम प्रकरण जिलाध्यक्ष जयदेव राय की मौजूदगी में हुआ. बेरमो विधानसभा क्षेत्र के लिए सुयोग्य उम्मीदवार के नाम पर रायशुमारी हो रही थी. कई नेता अपने लिए फील्डिंग करते दिखे. कई नेताओं के समर्थक रायशुमारी के लिए फील्डिंग करते दिखे. लेकिन, एक नाम ने सबका ध्यान खींचा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है