बोकारो, बोनस, एरियर सहित कर्मी व ठेका मजदूरों की अन्य लंबित मांगों को लेकर ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा बोकारो की ओर से 28 अक्तूबर को सेलव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया. हड़ताल की सफलता के लिये मोर्चा की ओर से शुक्रवार को हॉट स्ट्रीप मिल के कैंटीन रेस्ट रूम में सभा आयोजित की गयी. अध्यक्षता एटक के वरिष्ठ नेता व आरजीबीएस के कर्मचारी सत्येंद्र कुमार ने की. एनजेसीएस घटक के नेताओं ने कहा कि 39 महीने का एरियर मजदूरों के खून पसीने की कमाई है. ग्रेच्युटी पर सरकार के इशारे से सीलिंग लगवाकर अपना पिंड छुड़ाना चाहती है. वेतन समझौता को आधा-अधूरा करके पिछले तीन सालों से लटका कर रख दिया है. भेदभाव पूर्ण बोनस फार्मूला बनाकर बिना एनजेसीएस की सहमति से प्रबंधन पिछले दिनों प्राप्त 40,500 से अधिक बोनस नहीं देना चाहती है.
कहा कि एक जनवरी 2022 से एक अतिरिक्त इंक्रीमेंट और 28 प्रतिशत पर्क्स एरियर के साथ अप्रैल 2020 से देने के सवाल पर प्रबंधन ने चुप्पी साध ली है. एकसमान काम करने के बावजूद एडब्लूए की राशि को ठेका मजदूरों के बेसिक पे में शामिल करने को तैयार नहीं है. ना ही उसकी जॉब की सिक्योरिटी की कोई गारंटी है. बीजीएच में मेडिकल चेकअप के बहाने ठेका मजदूरों की छंटनी की जा रही है. मजदूर आंदोलन में भाग लेने के कारण प्रतिशोध पूर्ण कार्रवाई निलंबन, चार्जशीट और स्थानांतरण आदेश को अभी तक वापस नहीं लिया गया है. कहा कि 28 की हड़ताल को बोकारो के कोक ओवेन से लेकर एसएमएस, सीसीएस, हॉट स्ट्रीप मिल, सीआएम सहित सभी विभागों के परमानेंट और ठेका मजदूर मिलकर सफल बनाएंगे. हड़ताल के समर्थन में 26 अक्तूबर को इडी बिल्डिंग पर विशाल मजदूर प्रदर्शन होगा. सभा को इंटक के महामंत्री बीएन चौबे, सीटू के महामंत्री बीडी प्रसाद, एटक के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद, एचएमएस के महामंत्री राजेंद्र सिंह सिंह, बीएमएस के महामंत्री विनोद कुमार, एटक के ब्रजेश कुमार, सीटू के आरके गोरांई, इंटक के अमर कुमार, एचएमएस के राजेश कुमार ने संबोधित किया.सेल प्रबंधन व एनजेसीएस यूनियनों के बीच वार्ता विफल
बोकारो, केंद्रीय मुख्य श्रमायुक्त दिल्ली के कार्यालय में शुक्रवार को सेल प्रबंधन और एनजेसीएस यूनियनों के बीच वार्ता विफल हो गयी. लगभग पांच घंटे तक लगातार बैठक चली, लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका. सेल प्रबंधन की तरफ से कहा गया कि बोनस पर रिव्यू कर सकते हैं. लेकिन, एरियर पर कोई भी फैसला नहीं होगा. इस्पात मंत्रालय के दिशा-निर्देश पर अमल हो रहा है. इसलिए एरियर का भुगतान नहीं किया जा सकता है. वार्ता विफल हो गयी. अब 28 अक्टूबर को हड़ताल होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है