बोकारो, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद संघ व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संघ की ओर से चार सूत्री मांगों को लेकर चास स्थित जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय के समक्ष सांकेतिक धरना- प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को रखा गया. इनकी मुख्य मांगें वेतन वृद्धि, मेडिकल-समूह बीमा, कार्यरत कर्मियों का प्रोन्नति व सेवा नियमितीकरण की मांग शामिल है. नेतृत्व अध्यक्ष एपीओ अभिनव कुमार सिन्हा ने की. वक्ताओं ने बताया कि उनकी नियुक्ति संविदा के आधार पर हुई थी. उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जैसे- जैसे सेवा वृद्धि होगी उनका नियमितीकरण और सरकारीकरण किया जायेगा. मगर 10 साल से भी अधिक सेवा देने के बाद भी उन्हें ना तो समान काम के बदले समान वेतन दिया जा रहा है, ना ही सरकारी सुविधाएं दी जा रही है. इसको लेकर आज सांकेतिक धरना- प्रदर्शन किया जा रहा है.
मांगें पूरी नहीं होने पर सात व आठ अक्तूबर को रांची में दिया जायेगा धरना
उन्होंने कहा कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है, तो सात और आठ अक्तूबर को रांची में धरना दिया जायेगा. इसके बाद भी यदि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है, तो दुर्गा पूजा के बाद पूरे राज्य के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. उन्होंने बताया कि राज्य में झारखंड शिक्षा परियोजना से जुड़े कल 3000 संविदा कर्मी शिक्षक हैं, जबकि बोकारो जिले में 60 से भी अधिक कर्मी अपनी सेवा दे रहे हैं. मौके पर सचिव मोहम्मद इकबाल, कोषाध्यक्ष विनय कुमार झा, प्रभारी लेखापदाधिकारी संजीव कुमार, बीपीओ रंजीत कुमार भारती, निरज कुमार, मो खालिद आदि शामिल थे. बता दें कि धरना के कारण झारखंड शिक्षा परियोजना संबंधित कई काम प्रभावित हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है