Bokaro News: शॉपिंग सेंटर के दुकानदारों ने जमा नहीं किया किराया, अवैध निर्माण कर स्वरूप भी बदला

Bokaro News: बीएसएल के लैंड रिकॉर्ड एंड अलॉटमेंट के सर्वे में हुआ खुलासा, शहर के 10 सेक्टर के शॉपिंग सेंटरों में हैं लगभग 525 छोटी-बड़ी दुकानें, 10-15 साल से ना भाड़ा और ना ही नवीनीकरण करा रहे हैं दुकानदार

By Prabhat Khabar News Desk | October 5, 2024 10:50 PM

सुनील तिवारी, बोकारो, बोकारो के विभिन्न सेक्टरों में स्थित शॉपिंग सेंटर की दर्जनों दुकानों ने किराया जमा नहीं किया है. अवैध निर्माण कर दुकान का स्वरूप बदल दिया है. कई दुकानों पर अतिक्रमण कर लिया गया है. दर्जनों दुकानों के आस-पास बीएसएल की जमीन पर कब्जा कर लिया गया है. बीएसएल के टीए लैंड रिकॉर्ड एंड अलॉटमेंट (एलआरए) के सर्वे में उक्त बातों का खुलासा हुआ है. शॉपिंग सेंटर की दुकानों की स्थिति अप-टू-डेट करने के लिये एलआरए की ओर से सर्वे कराया जा रहा है. उद्देश्य है कि किन-किन दुकानों का किराया बाकी है. दुकानाें की स्थिति क्या है. कहां-कहां कब्जा है आदि.

डिफॉल्टर को भेजा जा रहा नोटिस

बोकारो शहर का जब निर्माण हो रहा था, तब सेक्टरवासियों की सुविधा के लिए सभी सेक्टरों में शॉपिंग सेंटर का निर्माण सेक्टर के बीचो-बीच किया गया. शॉपिंग सेंटर में राशन सहित अन्य जरूरत के सामानों की दुकान खुली थी. शहर के 10 सेक्टर के शॉपिंग सेंटर में लगभग 525 छोटी-बड़ी दुकानें हैं. एलआरए के सर्वे के बाद विभाग को जानकारी मिली कि शॉपिंग सेंटर के दर्जनों दुकानदार 10-15 साल से न भाड़ा दे रहे हैं और ना हीं दुकान का नवीनीकरण करा रहें है. एलआरए के नियमित सर्वे से दुकानदारों में खलबली मची है. कारण, सर्वे के बाद एलआरए की ओर से डिफाल्टर को नोटिस भेजा जा रहा है.

कब्जा करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

सर्वे के बाद एलआरए विभाग में प्रतिदिन दर्जनों आवेदन जमा हो रहे हैं. कुछ को दुकान का भाड़ा जमा करना है, तो किसी को दुकान का नवीनीकरण कराना है. कई लोग फ्रेश आवंटन के लिये भी आवेदन कर रहे हैं. एलआरए विभाग की सक्रियता से सेक्टरों की शॉपिंग सेंटर की दुकानों की दिन-दशा बदल रही है. दुकान के आस-पास अवैध निर्माण करने वालों व जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. दुकानों पर कब्जा करने वालों में हड़कप है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version