Bokaro News: ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा ने केंद्र सरकार का पुतला फूंका
Bokaro News: चार श्रम संहिताओं को निरस्त करने व पुराने 29 श्रम कानून को बरकरार रखने की मांग
बोकारो, चार श्रम संहिता को निरस्त करने व पुराने 29 श्रम कानून को बरकरार रखने की मांग को लेकर सोमवार को ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा ने नया मोड़ बिरसा चौक पर केंद्र सरकार का पुतला दहन कर काला दिवस मनाया. अध्यक्षता बीके राम ने की. वक्ताओं ने कहा कि 22 व 23 सितंबर 2020 को ही कोरोना काल में 29 श्रम कानून को समाप्त कर सांसद में बिना विमर्श के चार श्रम संहिता को विपक्ष की अनुपस्थिति में स्वीकृत कराया गया था. वह दिन मजदूर आंदोलन के लिए काला दिन था. कहा कि मोदी सरकार द्वारा मनमाने व एकतरफा ढंग से बिना ट्रेड यूनियन की उचित विमर्श, सांसदों को बिना कॉपी दिये व बिना बहस के विपक्ष की अनुपस्थिति में पास कराया गया था. मजदूरों को पूंजी व कारपोरेट का आधुनिक गुलाम बनाने की साजिश स्वीकार नहीं की जा सकती. सभा को एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह, ब्रजेश कुमार, सीटू के बीडी प्रसाद, आरके गोराई, एक्टू के देवदीप सिंह दीवाकर, जेएन सिंह, एईयूटीयूसी के मोहन चौधरी, सुभाष प्रमाणिक ने संबोधित किया.
एयरपोर्ट व मेडिकल कॉलेज नहीं खुला : राकेश
बोकारो, बोकारो में एयरपोर्ट व मेडिकल कॉलेज नहीं खुल सका. प्रधानमंत्री अंबानी, अडानी व देश के बड़े कारोबारी के हित में काम कर रहे हैं. बीएसएल प्रबंधन ने प्लांट के विस्तार के नाम पर विस्थापितों की सैकड़ों एकड़ जमीन कब्जे में रखी है. विस्थापितों की नौकरी, पुनर्वास के लिए क्या हुआ. ये बातें कुशवाहा राकेश महतो ने सोमवार को को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित आवास में प्रेस वार्ता में कही. श्री महतो ने कहा कि शहर की कानून व्यवस्था पूरी तरीके से चौपट हो चुकी है. उच्च शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं हो पायी है. युवा बेरोजगार घूम रहे हैं. बोकारो का विकास नहीं हुआ है. मौके पर शंकर महतो, सुनील गांधी, भारत महतो, अरविंद कुमार मेहता आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है