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Bokaro News: बोनस को लेकर यूनियनों ने खोला मोर्चा पांच को प्रदर्शन, नवंबर में होगी हड़ताल

Bokaro News: नयी दिल्ली स्थित इंटक कार्यालय में हुई पांचों यूनियनों की बैठक, लिया गया निर्णय, 14-15 को धरना, सभी संयंत्रों में होगा संयुक्त आंदोलन

By Prabhat Khabar News Desk | October 2, 2024 11:05 PM

बोकारो, बोकारो स्टील प्लांट सहित सेल कर्मियों को सम्मानजनक बोनस, एरियर व अन्य लंबित मांगों को लेकर यूनियनों ने मोर्चा खोल दिया है. नयी दिल्ली में बुधवार को इंटक कार्यालय में पांचों यूनियनों की बैठक हुई. इसमें नेताओं ने आंदोलन का रोडमैप तैयार किया. कहा कि आंदोलन चरणबद्ध व बीएसएल सहित सभी प्लांट में संयुक्त रूप से होगा. पांच अक्तूबर को सेल के बीएसएल, भिलाई, बर्नपुर, दुर्गापुर, राउरकेला, सभी खदान समेत अन्य इकाइयों में एक साथ प्रदर्शन होगा. इसके बाद 14-15 अक्तूबर को धरना दिया जायेगा. नवंबर में हड़ताल होगी. तारीख जल्द ही घोषित होगी. त्योहार की वजह से तारीख घोषित नहीं की गयी. पांचों यूनियनों के नेता किसी दिन भी तारीख घोषित करेंगे. यहां उल्लेखनीय है कि सेल के कर्मचारियों के बोनस पर मंगलवार को एनजेसीएस बैठक में कोई समझौता नहीं हुआ है. मंगलवार को दिल्ली में वार्ता विफल होने के बाद बुधवार को पांचों एनजेसीएस यूनियनों ने आंदोलन का रोडमैप बनाया. इंटक, सीटू, एचएमएस, बीएमएस और एटक के केंद्रीय और प्लांट स्तर के नेताओं की वर्चुअल मीटिंग बुधवार को हुई. सबसे पहले केंद्रीय नेताओं ने एनजेसीएस मीटिंग में प्रबंधन द्वारा दिए गए प्रस्ताव और सभी यूनियनों के जवाब की जानकारी साझा की. इसके बाद बारी-बारी से नेताओं को संबोधित करने का मौका मिला. प्लांट स्तर पर यह बात सामने आई कि पहले धरना-प्रदर्शन किया जाय. एक साथ सभी प्लांट में धरना-प्रदर्शन से आंदोलन की शुरुआत हो. इसके बाद हड़ताल की घोषणा की जाए. शाम 05 बजे के बाद शुरू हुई बैठक 7.20 बजे तक चलती रही.

तानाशाही रवैया अपना रहा है प्रबंधन, ठोस फैसला लेने का वक्त : राजेंद्र सिंह

क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के महामंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रबंधन तानाशाही रवैया अपना रहा है. अब ठोस फैसला लेने का वक्त आ गया है. पांचों यूनियन एक साथ है. कर्मचारियों के हक की बात है. दीपावली से पहले या छठ के बाद हड़ताल का प्रस्ताव दिया गया है. अधिकतर लोग धरना-प्रदर्शन के पक्ष में रहे.

ये हुए शामिल

केंद्रीय नेताओं में इंटक से डाॅक्टर संजीवा रेड्डी, बोकारो से बीएन चौबे, भिलाई से वंश बहादुर सिंह, बर्नपुर से हरजीत सिंह, दुर्गापुर से रजत दीक्षित, राउरकेला से पीके बेहतरा, एचएमएस से संजय वढावकर, एटक से डी आदिनारायण, विद्यासागर गिरी, रामाश्रय प्रसाद, रामेंद्र कुमार, विनोद कुमार सोनी, सीटू से तपन सेन, ललित मोहन मिश्र, विश्वरूप बनर्जी, एसपी डे, बीएमएस से डीके पांडेय, रंजय कुमार आदि नेता जुड़े. दुर्गा पूजा में बोनस के भुगतान पर संशय उत्पन्न हो गया है. कारण, तीन अक्तूबर को नवरात्र कलश स्थापना के साथ शुरू होगा.

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