बोकारो, बोकारो इस्पात कामगार यूनियन के ठेका प्रकोष्ठ ने शुक्रवार को एडीएम पास सेक्शन के पास प्रदर्शन किया. काम से बैठाये गये मजदूरों को काम पर वापस लेने व मेडिकल के नाम पर छंटनी पर रोक लगाने की मांग की गयी. अध्यक्षता प्राण सिंह ने की. यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि मेडिकल के नाम पर ठेका मजदूरों की छंटनी करना गैरकानूनी है. यातायात विभाग व बीपीएससीएल में ठेकेदार व प्रबंधन गठजोड़ से मजदूरों पर जुल्म कर रहा है. यातायात विभाग के एसएमएस 01 में स्थायी प्रकृति के 12 मासिक कार्य में संलग्न 43 श्रमिक को नये कांट्रेक्ट में अभी तक गेट पास नहीं बनाना, दुर्भाग्यपूर्ण है. जिस विभाग के मजदूर मिनिमम वेज का भुगतान लेते हैं, वहां गेट पास को हथियार बना कर मजदूरों को काम से वंचित किया जा रहा है. मौके पर मोइन आलम, प्रमोद कुमार, रामदास मुर्मु, संजय, जितेंद्र, दिलीप, आनंद, महेश महतो, ओम प्रकाश, रंजीत, दिलीप, गुरु वचन, सहदेव, धर्मेंद्र, रामप्रवेश व अन्य मौजूद थे.
मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविकाओं की हड़ताल की आज से
जैनामोड़, आठ सूत्री मांगों को लेकर झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर पांच अक्तूबर से राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी को लेकर प्रखंड परिसर में शुक्रवार को मोर्चा की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता लक्ष्मी कुमारी ने की. बैठक में पूरे प्रखंड में हड़ताल को पूर्ण सफल करने का निर्णय लिया गया. जहां उन्होंने कहा कि सेविका सहायिकाओं को आंगनबाड़ी केंद्र संचालन के साथ सरकार की जितनी भी महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं, उसे लागू करने के लिए झोंक दिया जाता है, जिसके लिए अलग से कोई प्रोत्साहन भत्ता नहीं दिया जाता है. दूसरी तरफ पोषाहार राशि का भुगतान कई महीनों तक नहीं होता है और हमेशा सेविका कर्जदार बनकर रहती है. बाजार में सामान का दाम और सरकारी दर में काफी अंतर है. बैठक के बाद जरीडीह सीओ प्रणब ऋतुराज को आठ सूत्री मांगों का ज्ञापन सोते हुए हड़ताल की जानकारी दी गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है