बोकारो/पलामू : बोकारो के बेरमो थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में रसोइया ने दम तोड़ दिया. स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर मुआवजे की मांग की. वहीं, पलामू के पाटन थाना क्षेत्र में एक अनुसेवक की मौत हो गयी है. पुलिस मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन कर रही है.
बोकारो जिले के बेरमो थाना क्षेत्र के ढोरी पांच नंबर धौड़ा के समीप हीरक रोड में रविवार की अहले सुबह अज्ञात वाहन की चपेट में आने से 46 वर्षीया रसोइया रीना देवी की मौत घटनास्थल पर हो गयी. रीना देवी पांच नंबर धौड़ा निवासी भक्ति रविदास की पत्नी थी और वह राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढोरी चार नंबर में रसोइया का काम करती थी.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि रसोइया रीना देवी सुबह पांच बजे घर का कूड़ा फेंकने के लिए सड़क पार कर रही थी. इसी दौरान अज्ञात वाहन ने उसे अपनी चपेट में लेकर बुरी तरह से कुचल दिया. जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. आक्रोशित लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर मुख्य सड़क जाम कर दिया. सूचना पाकर बेरमो थाना प्रभारी सुधीर सुरीन, एएसआई अनंत सिंह दलबल के साथ पहुंचे. घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गयी थी. सीसीएल के अधिकारी भी वहां पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण करने में जुटे. विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी स्थानीय लोगों को समझाने का प्रयास करते हुए उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया.
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमार गौरव ने 25 हजार, सीसीएल ढोरी प्रबंधन ने 25 हजार, ट्रांसपोर्ट मुन्ना सिंह ने 25 हजार, फुसरो नप अध्यक्ष राकेश सिंह व समाजसेवी भोला सिंह ने 10-10 हजार कुल 95 हजार रूपये मृतका की पुत्री को दिया. हिट एंड रन के तरह 2.25 लाख रूपये दिलवाने का नेताओं ने आश्वासन दिया है.
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आने के बाद ही शव उठाने की बात स्थानीय लोग कह रहे हैं. मृतका की तीन पुत्रियां हैं और उसके पति वेल्डर मिस्त्री हैं. महिला रीना देवी लगभग 8 साल से विद्यालय में रसोइया का काम कर रही थी. घटना से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.
पाटन (पलामू) : पलामू के पाटन अंचल में पदस्थापित अनुसेवक जगेश्वर चौधरी का शव रविवार को कमरे में पड़ा हुआ मिला है. पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने में जुटी है. अनुसेवक जगेश्वर चौधरी मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले के विशुनपुर गांव के रहने वाले थे. पूर्व में जगेश्वर की नौकरी बिहार राज्य पथ परिवहन निगम में थी. बाद में समायोजन होने पर उनका पदस्थापन पाटन अंचल के अनुसेवक के पद पर की गयी थी.
पाटन में वह किराए के मकान में रहते थे. उनके कमरे में टीवी व पंखा चल रहा था, जबकि वह बिस्तर से नीचे गिरे हुए थे. इसकी सूचना मकान मालिक ने सेमरी पंचायत के मुखिया राम प्रवेश प्रसाद को दी. इसकी सूचना पुलिस व बीडीओ प्रभाकर मिर्धा, सीओ विमल सोरेन को भी दी गयी. पाटन पुलिस घटना स्थल पर पहुंच मामले की छानबीन कर रही है. कहा जा रहा है कल शाम तक वह बिल्कुल ठीक थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra