बोकारो : जिले में 33,700 हेक्टेयर भूमि पर होगी रबी फसल की खेती, कृषि विभाग ने प्रखंड वार निर्धारित किया लक्ष्य
जिला कृषि विभाग की ओर से बोकारो जिले में 33,700 हेक्टेयर भूमि पर रबी फसल की खेती कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
चास, राजू नदंन : जिला कृषि विभाग की ओर से बोकारो जिले में 33,700 हेक्टेयर भूमि पर रबी फसल की खेती कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके तहत 5,500 हेक्टेयर पर गेहूं व सबसे अधिक 11000 हेक्टेयर भूमि पर सरसों की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके अलावा जिले में मक्का 1500, चना 9500, मसूर 2000, मटर 1500, अन्य, दलहन 700 हेक्टेयर, कुसुम 500 हेक्टेयर व तीसी 1500 हेक्टेयर भूमि पर खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. अभी तक कृषि विभाग के अनुसार कुसुम व तीसी फसल का आच्छादन शुरू नहीं हो पाया है. जबकि गेहूं, मक्का, चना, मटर, सरसों, मसूर, अन्य दलहन की खेती किसानों की ओर शुरू कर दिया गया है.
अभी तक 5249 हेक्टेयर भूमि पर हो पाया है आच्छादन
बोकारो जिले मे अभी तक 5249 हेक्टेयर भूमि पर अभी तक गेहूं सहित रबी फसल का आच्छादन हो पाया है. इसके तहत गेहूं 275 हेक्टेयर, मक्का 57 हेक्टेयर,चना 1425 हेक्टेयर, मसूर 300 हेक्टेयर, मटर 302 हेक्टेयर, अन्य दलहन 140 हेक्टेयर, सरसों 2750 हेक्टेयर भूमि पर खेती करने में सफलता मिल पायी है.
पेटरवार में गेहूं व चना का खेती का सबसे अधिक लक्ष्य
बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड मे गेहूं सहित अन्य रबी फसल का खेती करने का लक्ष्य कृषि विभाग की ओर से सबसे अधिक रखा गया है. पेटरवार मे गेहूं 860, मक्का 200,चना 1500, मंसूर 400, मटर 250, अन्य दलहन 75, सरसों 1800, कुसुम 70 व तीसी 232 हेक्टेयर पर लक्ष्य रखा गया है. सबसे कम रबी फसल की खेती करने का लक्ष्य बेरमो प्रखंड मे निर्धारित किया गया है. गेहूं 210, मक्का 50, चना 550, मंसूर 100, मटर 50, अन्य दलहन 40, सरसों 445, कुसुम 15 हेक्टेयर व तीसी 40 भूमि पर लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके अलावा चास प्रखंड क्षेत्र मे गेहूं 836, मक्का 20, चना 1300, मंसूर 250, मटर 200,अन्य दलहन 100 हेक्टेयर, सरसों 1551, कुसुम 88 व तीसी 250 हेक्टेयर भूमि पर खेती करने का लक्ष्य रखा गया है चंदनकियारी प्रखंड क्षेत्र मे गेहूं 600, मक्का 200, चना 1000, मंसूर 200, मटर 200, अन्य दलहन 75 हेक्टेयर, सरसों 1200 हेक्टेयर, कुसुम 62 व तीसी 180 हेक्टेयर खेती करने का लक्ष्य रखा गया है. जरीडीह प्रखंड में गेहूं 532 , मक्का 200, चना 1000 हेक्टेयर, मंसूर 200, मटर 200, अन्य दलहन 75, सरसों 1200 , कुसुम 62 व तीसी 180 हेक्टेयर पर खेती किया जायेगा. कसमार प्रखंड मे गेहूं 754 ,मक्का 200, चना 1300 , मंसूर 300, अन्य दलहन 100 हेक्टेयर, सरसों 1609, कुसुम 70 व तीसी 250 हेक्टेयर पर खेती की जायेगी. गोमिया मे गेहूं 595, मक्का 150, चना 1300, मंसूर 250, मटर 200,अन्य दलहन 75, सरसों 1445, नावाडीह प्रखंड क्षेत्र में गेहूं 590, मक्का 200, चना 1000, मसूर 200, मटर 150, अन्य, दलहन 100, सरसों 1050, कुसुम 35 व तीसी 110 हेक्टेयर पर व चंद्रपुरा प्रखंड क्षेत्र में गेहूं 523, मक्का 1500, चना 9500, मसूर 2000, मटर 1500, अन्य, दलहन 700, सरसों 11000, कुसुम 500 हेक्टेयर व तीसी 1500 हेक्टेयर भूमि पर खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
किसानों को किया जा रहा जागरूक : उमेश तिर्की
जिला कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की ने कहा कि जिले मे रबी फसल की खेती करने का लक्ष्य विभाग की ओर से निर्धारित किया गया है. फिलहाल जिले में गेहूं सहित अन्य रबी फसल को बेहतर उत्पादन होने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है. विभाग के कर्मियाें को क्षेत्र मे भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है. ताकि किसानों को खेती करने में आ रही परेशानी को दूर किया जा सके. ऐसे भी समय -समय पर किसानों के बीच विभाग की ओर से जागरूक अभियान चलाया जाता है. जिले में पांच गांवों को स्मार्ट एग्री विलेज के रूप में चयन किया गया है. इन सभी गांवों में शीघ्र किसानों को खेती के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम विभाग की ओर शुरू किया जायेगा.
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