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Bokaro : निर्माणाधीन अस्पताल के सामने चला अतिक्रमण हटाओ अभियान, बुल्डोजर चला हटाये गये 20-25 अतिक्रमणकारी

बोकारो - जियाडा के लोहांचल में बन रहे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सामने आज अहले सुबह अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान लोगों के घर को प्रशासन ने जेसीबी से तोड़कर जमींदोज कर दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2022 10:43 AM
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Bokaro News : बोकारो – जियाडा के लोहांचल में बन रहे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सामने आज अहले सुबह अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान लोगों के घर को प्रशासन ने जेसीबी से तोड़कर जमींदोज कर दिया. चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत के मुताबिक जिस जगह पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया वहां लगभग 20 से 25 परिवार रह रहे थे. इन्हें पूर्व में कई बार जगह खाली करने को लेकर नोटिस दिया गया था. जिसके बाद आज अहले सुबह कार्रवाई की गयी है.

विधायक विरंची नारायण ने विधानसभा में उठाया था मामला

बताते चलें कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल निर्माण और उसके सामने अतिक्रमण किये हुए जमीन को लेकर विधायक विरंची नारायण ने सवाल उठाये थे. जिसके बाद सरकार ने अतिक्रमण हटाने को लेकर आश्वस्त किया था. आज चले अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद स्थानीय लोग भाजपा विधायक बिरंचि नारायण के खिलाफ आक्रोशित नजर आये. पंचायत चुनाव होने के कारण इस अभियान को रोक दिया गया था. कल जैसे ही मतगणना समाप्त हुई. आज अहले सुबह चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत की अगुवाई में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया.

मोमेंटम झारखंड के तहत अस्पताल को मिली है जमीन

जानकारी के मुताबिक मोमेंटम झारखंड के तहत उक्त जमीन को अस्पताल निर्माण के लिए आवंटित किया गया था. ऐसा कहा जा रहा है कि इस अस्पताल का निर्माण बोकारो विधायक के करीबियों की देखरेख में चल रहा है. बताते चलें कि अस्पताल के बाहर बोकारो स्टील की जमीन पर वर्षों से खटाल खुला हुआ था. प्रशासन द्वारा वहां अतिक्रमण कर रह रहे लोगों को नोटिस भी दिया गया था लेकिन लोग वहां जमे हुए थे. चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने कहा कि यह अभियान अतिक्रमण किये हुए जमीन को हटाने के लिए चलाया गया. बोकारो स्टील की जमीन होने के कारण जिला प्रशासन का इसमें कोई रोल नहीं है. पहले ही अभियान चलाया जाना था, लेकिन पंचायत चुनाव के कारण इसे रोका गया. अतिक्रमण मुक्त कराये जाने के बाद उक्त जमीन की घेराबंदी की जायेगी ताकि फिर से अतिक्रमण नहीं हो सके.

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