चास एसडीओ डीपीएस शेखावत ने तलगड़िया स्थित इलेक्ट्रोस्टील वेदांता कंपनी के आसपास धारा 144 लागू कर दी है. 29 नवंबर तक धारा लागू रहेगी. इसे लेकर श्री शेखावत ने एक पत्र जारी किया है. कहा है कि असंगठित मजदूर मोर्चा की ओर से तीन दिनों (27 से 29 नवंबर) तक अपनी मांगों के समर्थन में कंपनी के मुख्य द्वार के समीप धरना किया जायेगा. वहीं झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति की ओर से कंपनी के समक्ष अनिश्चितकालीन गेट जाम किया जायेगा. ऐसे में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की आशंका है. विधि-व्यवस्था को लेकर कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं है. बता दें कि वेदांता इलेक्ट्रोस्टील के गेट पर सोमवार को कंपनी के सुरक्षाकर्मियों व पुलिस की ग्रामीणों से हिंसक झड़प हो गयी. इसमें तीन ग्रामीण और 13 महिला होमगार्ड जवान घायल हो गये थे. श्री शेखावत ने कहा है कि पांच या पांच से अधिक की संख्या में व्यक्तियों के एक साथ उक्त क्षेत्र में एकत्रित होने, भ्रमण करने व भीड़ लगाने पर पाबंदी है. किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई आग्नेयशास्त्र या परंपरागत हथियार लाठी, डंडा, भाला, गड़ासा, फरसा, बरछा, तलवार व तीर-धनुष लेकर चलना, भ्रमण करना, प्रदर्शन या व्यवहार नहीं करना है. प्रतिबंधित क्षेत्र में जुलूस, रैली, सभा, धरना व प्रदर्शन नहीं होगा. उक्त क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस बलों को छोड़कर किसी भी व्यक्ति के अवांछित रूप से प्रवेश करने या भ्रमण करने पर पूर्णतः रोक होगा.
वेदांता इलेक्ट्रोस्टील के गेट पर सोमवार को कंपनी के सुरक्षाकर्मियों व पुलिस की ग्रामीणों से हिंसक झड़प हो गयी थी. घायल महिला होमगार्ड के परिजन परेशान है. नयामोड़ स्थित वेलमार्क अस्पताल में इलाजरत सभी 13 महिला जवानों से मिलने मंगलवार को समादेष्टा रवि कुजूर व कंपनी कमांडर मो माजिद आलम पहुंचे. मिलकर घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली. उनके हर दु:ख में साथ खडे रहने का वादा किया. चिकित्सक से मिलकर स्थिति की जानकारी ली. चिकित्सक ने बताया कि इलाज जारी है. स्थिति के अनुसार जानकारी दी जायेगी. झड़प के दौरान महिला जवान को बचाने के चक्कर में बनगड़िया ओपी प्रभारी ललन रविदास को किसी ने जोरदार डंडा मार दिया. सिर फटने के कारण श्री रविदास गंभीर रूप से घायल हो गये. जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने जल्दीबाजी में श्री रविदास को बीजीएच में दाखिल कराया. स्थिति देखते हुए श्री रविदास को मेडिका रांची रेफर कर दिया गया. फिलहाल देर शाम तक कंपनी के आसपास शहर के कई इंस्पेक्टर व थाना प्रभारी सुरक्षा कारणों से डटे रहे.
सुबह से ही अस्पताल के बाहर जुटने लगे थे सहकर्मी
अस्पताल में महिला जवान के इलाजरत होने की सूचना मिलने पर सुबह से ही सहकर्मी महिला व पुरुष होमगार्ड जवान साथी पहुंचने लगे थे. इलाजरत होमगार्ड के परिजन व बच्चे भी अस्पताल में मिलने पहुंचे. मिलनेवालों में चिंता देवी, अभिलाष ठाकुर, मेराज अंसारी, लक्ष्मी देवी, शांति वाला देवी, सबिता देवी, पूजा कुमारी आदि शामिल थे.
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